एक तरफ पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है, तो दूसरी ओर लॉकडाउन घोषित होने के बाद भी मुस्लिम कट्टरपंथी मस्जिद जाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ अब पुलिस ने सख्त कार्रवाई का मन बना लिया है। एक ऐसी ही खबर उत्तराखंड से सामने आई है, जहाँ लॉकडाउन के बाद भी एक मस्जिद में सैकड़ों की नमाज अदा करने के लिए लोग इकट्ठा हो गए। इसकी सूचना जब पुलिस को मिली तो वह मौके पर पहुँच गई। इसके बाद मस्जिद से सभी नमाजी फरार हो गए। पुलिस ने मस्जिद के मौलवी सहित 20-25 नमाजियों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया है।
दरअसल, पूरे देश में लॉकडाउन घोषित होने के बाद भी बुधवार शाम को उत्तराखंड के सत्तो वाली घाटी में मौजूद मस्जिद में बड़ी संख्या में मु्स्लिम समाज के लोग नमाज के लिए इकट्ठे हो गए। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुँची। पुलिस को मस्जिद की तरफ आते देख नमाज अदा कर रहे लोग अलग- अलग गलियों में घुस गए।
इसके बाद पुलिस को मौके पर कोई नहीं मिला। पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कोरोना वायरस को लेकर लागू धारा 144 उल्लंघन करने के आरोप में मस्जिद के मौलवी अब्दुल मद सहित 20- 25 अज्ञात नमाजियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं कोरोना के लगातार बढ़ते प्रकोप के बीच उत्तराखंड पुलिस ने बुधवार को शहर की सभी मस्जिदों में नमाजियों के आने पर रोक लगा दी। पुलिस ने घर पर ही नमाज अदा करने की अपील की है। इतना ही नहीं पुलिस ने इस संबंध में बुधवार को ही मस्जिदों से ऐलान करा दिया। उत्तराखंड पुलिस ने यह भी साफ किया है कि मस्जिदों में केवल इमाम और मुअज्जिन ही नमाज अदा करेंगे। इस दौरान दोनों को मस्जिद के अंदर ही रहना होगा। वहीं पुलिस की सख्ती के बाद अब मौलवी खुद मस्जिदों से ऐलान कर रहे हैं कि लोग घरों से बाहर न निकलें और ऐसे हालात में अपन-अपने घरों में नमाज अदा करें, क्योंकि पुलिस ने सभी मस्जिदों में नमाजियों के आने पर पाबंदी लगा दी है।
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस से अब तक 15 मौतें हो चुकी हैं, साथ ही इससे संक्रमित लोगों की संख्या 600 के करीब हो गई है। यही कारण है कि तेजी से बढ़ते कोरोना के प्रकोप की रोकथाम के लिए मोदी सरकार ने भारत में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है। लॉकडाउन 14 अप्रैल तक लागू रहेगा।