कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण 1 मार्च 2021 के साथ शुरू हो गया है। दूसरे फेज में 60 साल से ज्यादा के लोगों को और 45 वर्ष से ज्यादा गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों को वैक्सीन देने का प्रोग्राम है। सरकार ने वैक्सीन को ट्रैक करने के लिए को-विन एप (Co-Win app) की घोषणा की है। इससे पहले 16 जनवरी से शुरू इस प्रक्रिया में हेल्थ वर्करों को वैक्सीन दी गई।
Registration for next phase of #COVID19 vaccination on Co-WIN2.0 portal will open at 9:00 am on 1st March 2021 at https://t.co/cPozfa5cI3
— PIB India (@PIB_India) February 28, 2021
Citizens will be able to register and book an appointment anytime and anywhere#LargestVaccineDrive
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पहले चरण के शुरू होने से पहले ही वैक्सीनेशन को लेकर कई चीजें स्पष्ट कर दी गई थीं। बता दिया गया था कि सरकार की क्या प्राथमिकताएँ हैं। लेकिन, फिर भी दूसरे फेज के आते-आते कुछ लोगों के मन में तमाम सवाल हैं। तो आइए दूसरे फेज से जुड़े सभी प्रश्नों का उत्तर जानें।
User guide for the citizen registration & appointment for vaccination for the next phase commencing from tomorrow can be accessed at
— PIB India (@PIB_India) February 28, 2021
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1. वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कौन-कौन ले पाएगा वैक्सीन?
जवाब- 1 मार्च 2021 से शुरू होने वाले वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में सीनियर सिटिजन यानी जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर है, उनके साथ-साथ 45 से 59 साल तक के उन लोगों को भी कोरोना टीका लगाया जाएगा, जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं।
2. 45 की उम्र पार कर चुके किन लोगों को प्राथमिकता?
20 निर्दिष्ट बीमारी वाले लोगों को दूसरे चरण में प्राथमिकता देने के लिए कहा गया है। इन 20 बीमारियों की सूची में डायबिटीज (शुगर), हाइपरटेंशन, किडनी, लीवर, ल्यूकेमिया, एचआईवी ग्रसित, बोन मेरो फेलियर, हार्ट फेलियर, कैंसर समेत 20 बीमारी शामिल हैं। इनका प्रमाण देते हुए किसी मान्यता प्राप्त डॉक्टर का सर्टिफिकेट जरूरी होगा।
सरकारी सूची के अनुसार निम्नलिखित बीमारियों से ग्रसित किसी भी व्यक्ति को टीका दिया जाएगा।
- 1. पिछले एक वर्ष में दिल का दौरा पड़ने के दौरान अस्पताल में भर्ती हुआ हो।
- 2. पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD)
- 3. सिग्निफिकेंट लेफ्ट वेट्रीकुलर सिस्टोलिक डिसफंक्शन।
- 4. मॉडरेट या सिवियर वेल्वुलर हार्ट डिसीज।
- 5. कंजेनिटल हार्ट डिसीज विद सिवियर पीएएच ऑर इडियोपैथिक पीएएच।
- 6. कोरोनरी आर्टरी डिसीज (सीएबीजी/PTCA/MI की हिस्ट्री के साथ) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज।
- 7. एन्गिना और हाइपरटेंशन/डायबिटीज ट्रीटमेंट।
- 8. सीटी/एमआरआई डोक्यूमेंटेड स्ट्रोक और हाइपरटेंशन/डायबिटीज।
- 9. पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन एंड हाइपरटेंशन/डायबिटीज।
- 10. डायबिटीज (10 साल और जटिलताओं के साथ) और हाइपरटेंशन।
- 11. किडनी/लीवर/हेमैटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट करा चुके मरीज या फिर वेट लिस्ट में शामिल हों।
- 12. एंड स्टेज किडनी डिसीज ऑन हैमोडायलिसिस/सीएपीडी।
- 13. मौजूदा समय में ओरल कोर्टिकोस्टेरॉयड्स का इस्तेमाल।
- 14. डिकंपेन्सेटेड सिरोसिस।
- 15. पिछले दो वर्षों के दौरान गंभीर श्वसन रोग के चलते भर्ती हुआ हो।
- 16. लिम्फोमा/ल्यूकोमिया/मिलोमा।
- 17. एक जुलाई, 2020 या उसके बाद किसी भी कैंसर की पुष्टि या फिर कैंसर थेरेपी।
- 18. सिकल सेल डिसीज/बोन मैरो फेल्योर/एप्लास्टिक एनीमिया/थैलासेमिया मेजर।
- 19. प्राइमरी इम्यूनोडिफिएंसी डिसीज/एचआईवी संक्रमण।
- 20. टेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज से अपंगता/मस्कुलर डिस्ट्रोफी/एसिड अटैक से श्वसन तंत्र पर असर होना/अधिक दिव्यांग व्यक्ति/अंधापन-बहरापन।
3. कोरोना वैक्सीन लेने के लिए सबसे अहम क्या? कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?
वैक्सीनेशन की पूरी प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए रजिस्ट्रेशन सबसे अहम है। इसके लिए कोविन एप (Co-Win app) या फिर आरोग्य सेतु ऐप से मदद लेनी होगी। इसके अलावा cowin.gov.in पर भी लॉगइन कर सकते हैं।
यहाँ आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। मोबाइल पर एक OTP आएगा। इसकी मदद से अकाउंट क्रिएट करें। फिर रजिस्ट्रेशन के लिए व्यक्ति संबंधी जरूरी जानकारी भरें।
यदि 45 पार वाले व्यक्ति को कोई बीमारी है तो उसका प्रूफ लगाना बिलकुल न भूलें। इस तरह आप हर जानकारी को भर कर अपना वैक्सीनेशन सेंटर चुन सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 1507 पर भी कॉल की जा सकती है।
4. कौन से दस्तावेज होंगे जरूरी?
रजिस्ट्रेशन करते हुए आपको हर विवरण ध्यान से भरना होगा। इसके बाद बस यही पहचान पत्र आपको वैक्सीन सेंटर ले जाना होगा। जो लोग गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उनके पास उनका मेडिकल सर्टिफिकेट भी होना चाहिए।
5. वैक्सीनेशन के लिए लगेंगे कितने रुपए?
सरकारी वैक्सीन सेंटर्स पर वैक्सीन की डोज मुफ्त में मिलेगी। मगर प्राइवेट अस्पतालों पर वैक्सीन के लिए दाम चुकाने होंगे। वैक्सीन के एक डोज के लिए 250 रुपए लिए जाएँगे, जिसमें 150 रुपए टीके और 100 रुपए सर्विस चार्ज के तौर पर होंगे।
कोरोना वैक्सीन की दो डोज लेनी होती हैं। यानी प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन लगवाने पर कुल 500 रुपए खर्च होंगे। जबकि सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन मुफ्त में ही दी जाएगी।
6. वैक्सीन की अगली डोज कब लगेगी?
एक वैक्सीन शॉट के 28 दिनों के बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगेगा। अगर 28 दिन गुजरने के बाद वैक्सीन लेना छूट जाए तो इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सलाह दी है। इसके मुताबिक वैक्सीन की दूसरी डोज का सबसे अच्छा रिस्पॉन्स 4 हफ्ते के बाद आता है।
अगर किसी कारण से कोई वैक्सीन का दूसरा डोज ठीक 4 हफ्ते बाद नहीं लगवा पाए, तो वह अगले दिन लगवा सकते हैं। इस मामले में नेशनल गाइडलाइन को फॉलो करने को कहा गया है, जो कहता है कि 4 हफ्ते बीत जाने के बाद ज्यादा से ज्यादा 1 हफ्ते के भीतर दूसरा डोज ले लेना चाहिए।
7. कौन सी वैक्सीन मिलेगी आपको?
वैक्सीन के दो विकल्प सरकार के पास हैं। आज से शुरू हुए दूसरे चरण में को वैक्सीन और कोविडशील्ड वैक्सीन उपलब्ध है। हालाँकि अभी ये नहीं कहा जा सका है कि खुराक लेने वाले खुद इनमें से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं या नहीं।
8. कैसे पता चलेगा आप वैक्सीन ले चुके हैं?
वैक्सीन लाभार्थियों को पहले कोरोना वैक्सीन लगने के बाद ही पोस्ट वैक्सीन सर्टिफिकेट दे दिया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। वैक्सीन लगने के बाद केंद्र सरकार सर्टिफिकेट पब्लिश करेगी और फिर यह लाभार्थियों को दिया जाएगा। ऐप के जरिए यह बाद में डाउनलोड भी किया जा सकता है ताकि बाद में नौकरी या फिर विदेश जाने के लिए यह सर्टिफिकेट दिखाया जा सके।
9. वैक्सीन लेने के बाद भी बरतनी होगी सावधानी?
जी हाँ, वैक्सीन लेने के बाद कुछ सावधानियाँ बरतनी बेहद जरूरी हैं। जैसे मास्क लगाना बंद नहीं करना है। कम से कम 15 दिन तक कोरोना नियमों का पालन करना है।
जो लोग नशा करते हैं, उन्हें नशा भी बंद करना होगा, क्योंकि इससे उन पर वैक्सीन का असर कम होगा और शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित नहीं हो पाएँगी। वैक्सीन के बाद परहेज न करने पर साइडइफेक्ट का सामना पड़ सकता है।