सीएए विरोध के नाम पर दिल्ली में हुई हिंदू विरोधी हिंसा के दौरान दंगाईयों की शरणगाह बने शिव विहार के राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दिल्ली पुलिस ने दंगों में स्कूल की भूमिका संदिग्ध होने पर पूरे स्कूल को सील कर दिया है। दरअसल दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी दंगों में अब तक 53 लोगों की मौत सामने आ चुकी है वहीं घटना में कुल 400 लोग घायल हुए थे।
दिल्ली पुलिस ने स्कूल और स्कूल के मालिक की दिल्ली दंगों में संदिग्ध भूमिका की जाँच के चलते स्कूल मालिक फैसल फारुख को बीते शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दिल्ली पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए बीते शुक्रवार को राजधानी स्कूल को सील कर दिया है।
शिव विहार के जिस स्कूल की छत पर इन आतन्कियो ने दहसत फ़ैलाने का सारा असला तैयार कर रखा था, जिन्होने इसे अपना बेस कैम्प बना रखा था, उस राजधानी स्कूल को सील कर दिया गया है!!#SwamiDipankar_को_सुरक्षा_दो pic.twitter.com/oZOJW3rBIQ
— पंकज सिंह 🙏जय माता दी 🙏 (@pankajs89796129) March 7, 2020
इस मामले से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने शिव विहार में राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक को गिरफ्तार किया है, और दंगों में उसकी भूमिका की जाँच की जा रही है। वहीं 12 से स्कूल में शुरू होने वाली बच्चों की वार्षिक परीक्षाओं के लेकर DoE के निदेशक विनय भूषण ने कहा कि वे इस मामले को देख रहे हैं। “हमें घटना के बारे में पता चला है। हमने अधिकारियों को परीक्षा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। हम छात्रों का समय बर्बाद नहीं कर सकते। उन्होंने हिंसा के कारण पहले ही बहुत कुछ झेला है।
वहीं वाइस चेयरमैन सदफ फैसल का कहना है कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने उसके पति और स्कूल के मालिक फैसल फारूक को शनिवार शाम गिरफ्तार कर लिया था “हमें पता नहीं है कि हमें सजा क्यों दी जा रही है? मैंने और मेरे पति ने जीवन भर शिक्षा के क्षेत्र में काम किया है। हमें नहीं पता कि पुलिस मेरे पति का नाम हिंसा से जोड़कर हमें बदनाम करने की कोशिश क्यों कर रही है। वहीं फैसल के वकील शम्स ख्वाजा ने सोमवार को दिल्ली की एक अदालत का दरवाजा खटखटाया और सीलिंग और उसके मालिक को हिरासत में लेने की चुनौती दी।
दरअसल 24 फरवरी को दिल्ली में सीएए विरोध के नाम पर हुई हिंदू विरोधी हिंसा के दौरान दंगाइयों ने पहले तो करावल नगर खजुरी खास स्थित ताहिर हुसैन के मकान को और फिर शिव विहार स्थित राजधानी पब्लिक स्कूल को अपना केन्द्र बनाया था, क्योंकि यह दोनों ही इमारतें हिंदू इलाके में ऊँची और मुस्लिम मालिकों की थीं। यही वो राजधानी स्कूल है जिसकी सबसे ऊपरी छत को दंगाइयों ने अपना केन्द्र बनाते हुए वहाँ बड़ी गुलेल को लगाया था। इसके साथ ही बड़ी संख्या में ईंट-पत्तर और पेट्रोल बम और तेजाब की बोतलों को छत पर पहले ले ही तैयारी के साथ रखा गया था।
कपिल मिश्रा को दोष देने से पहले ये बताओ..फिरोज खान की फैक्ट्री में 6हजार लीटर तेज़ाब..फैसल फारुख के स्कूल राजधानी पब्लिक स्कूल की छत पर बोतलों में एसिड और पेट्रोल..ताहिर की बिल्डिंग पर ईंट पत्थर गुलेल एसिड और पेट्रोल बम क्या एक दिन में आए.?
— Trivikrama (@trivik0463) March 4, 2020
इतना ही नहीं चश्मदीदों के मुताबिक स्कूल से सभी मुस्लिम बच्चों को पहले ही निकाल दिया गया था और फिर इसी स्कूल में शेष हिंदुओं के बच्चों को बंधक भी बनाया गया था। इसके बाद ही स्कूल की छत का अपना केन्द्र बनाकर हजारों दंगाइयों ने हिंदुओं के घरों और संपत्तियों को अपना निशाना बनाकर उनको तबाह किया था।