दिल्ली में नागरिकता कानून के विरोध में चल रही हिंसा और दंगों के बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिनमें मस्जिदों को जलाते हुए देखा जा सकता है। हालाँकि, यह वीडियो अभी मात्र सोशल मीडिया पर ही तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस बात की कोई प्रमाणिकता नहीं है कि यहाँ घटना कहाँ की है और ऐसा करने वाले कौन लोग हैं? ट्विटर पर हिन्दू विरोधी अजेंडा चलाने के लिए मशहूर तथाकथित जर्नलिस्ट राणा अयूब द्वारा भी एक ऐसा ही वीडियो शेयर किया गया है।
A mosque has been vandalised. They are placing a saffron flag on the mosque pic.twitter.com/hN7QQpf576
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) February 25, 2020
अपने ट्वीट में प्रोपेगैंडा पत्रकार राणा ने लिखा है- “एक मस्जिद तोड़ दी गई है। लोग भगवा झंडे इस पर लहरा रहे हैं।” राणा अयूब के ही ट्वीट पर एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया है कि क्या झंडा लहराने का मतलब ‘तोड़ना’ होता है?
Placing flag is vandalizing?
— Raghunatha Ramaswamy (@raghunath7) February 25, 2020
सोशल मीडिया के जरिए सामने आ रहे ये वीडियो दिल्ली के अशोक नगर के बताए जा रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग मस्जिद के ऊपर चढ़कर मस्जिद के स्पीकर नीचे फेंक रहे हैं और उस पर कोई झंडा फहरा रहे हैं।
गौरतलब है कि CAA विरोध के नाम पर दिल्ली में रविवार शाम से ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के भारत दौरे से ठीक पहले ही देश की राजधानी दिल्ली सहित ही गुजरात और अलीगढ में भी दंगे भड़काने की कोशिशें की गई हैं। इन दंगों में दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल को अपनी जान गँवानी पड़ी है और कई अन्य गोलीबारी और पत्थरबाजी में घायल हो गए हैं।
इससे कुछ समय पहले, चाँदनी चौक में मंदिर तोड़ा गया था। बंगाल में मस्जिद से एक भीड़ निकलती है और रेलवे स्टेशन से लेकर जो कुछ सामने आता है आग लगा देती है। सीलमपुर में पुलिस को मजहबी भीड़ ने दिसंबर में हमला बोल कर भागने पर मजबूर किया था। जामिया नगर में बसों को फूँका गया।
शाहीन बाग़ से हो रही परेशानी का कोई अंत नहीं। पटना के फुलवारी शरीफ में मंदिर पर पत्थरबाज़ी की घटना भी CAA की आड़ में हुई थी। ये सब होता रहा और मीडिया नैरेटिव से लगातार गायब किया गया। अलीगढ़ में ही परसों मुस्लिमों की एक भीड़ द्वारा पत्थरबाजी भी की गई थी।