पश्चिम बंगाल (West Bengal) में शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की करीबी अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) के फ्लैटों से करोड़ों की नकदी बरामद होने के बाद एक नया मामला सामने आया है। अब अर्पिता मुखर्जी की चार लक्जरी कारें गायब बताई जा रही हैं। ये कारें उसके डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब हुई हैं।
कहा जा रहा है कि अर्पिता की गिरफ्तारी के बाद ये कारें गायब हुई हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इन कारों का पता लगाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स में जाँच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि इन कारों में कैश भरा हुआ था। यह भी संभावना जताई जा रही है कि इन कारों में केस से संबंधित अहम दस्तावेज हो सकते है।
डायमंड सिटी फ्लैट से अर्पिता मुखर्जी की जो चार गाड़ियाँ गायब हैं, उनमें दो कार अर्पिता के नाम पर है। गायब गाड़ियों में ऑडी A4 WB02AB9561, होंडा सिटी WB06T6000, होंडा सीआरवी WB06T6001 और मर्सिडीज बेंज WB02AE2232 शामिल हैं। ईडी के सूत्रों का कहना है कि जिस रात को अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था, उसी दिन से कारें गायब हैं। उस परिसर से केवल एक सफेद मर्सिडीज जब्त की गई है।
गुरुवार (28 जुलाई 2022) देर शाम को ही ईडी ने कोलकाता के चिनार पार्क इलाके में अर्पिता मुखर्जी से जुड़े एक अन्य अपार्टमेंट पर छापा मारा। ईडी के अधिकारी ने बताया, “यह (चिनार पार्क) अपार्टमेंट अर्पिता मुखर्जी का है और हमें संदेह है कि उसके अन्य फ्लैटों की तरह यहाँ भी नकदी हो सकती है। हम पड़ोसियों से बात कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहाँ किस तरह की गतिविधियाँ की जाती हैं।”
उल्लेखनीय है कि अर्पिता मुखर्जी के घरों पर छापे से अब तक तकरीबन 50 करोड़ नकदी और 5 किलो सोना बरामद हो चुकी है। इसके साथ ही अर्पिता के बेलघरिया फ्लैट की तलाशी के दौरान अधिकारियों को दो सेक्स टॉय भी मिले थे।
बुधवार (27 जुलाई 2022) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट पर छापा मारा। यहाँ से ईडी को करीब 28.90 करोड़ रुपए कैश और 5 किलो सोना मिला था। यह छापेमारी गुरुवार (28 जुलाई 2022) सुबह 4 बजे तक चली थी। अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट में यह रकम टॉयलेट में छुपाकर रखी गई थी। इस रकम को गिनने के लिए ईडी के अधिकारियों को नोट गिनने की 3 मशीनें मँगवानी पड़ी।
समाचार एजेंसी ANI ने बताया था कि अर्पिता मुखर्जी के बेलघरिया स्थित आवास से लगभग 29 करोड़ रुपए की नकदी मिली थी। इसे 10 ट्रक में भरकर एजेंसी साथ ले गई। इससे पहले 23 जुलाई को अर्पिता के एक अन्य घर से ED ने 21 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे। इसके बाद ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया था।
वहीं अर्पिता मुखर्जी ने दावा किया है कि उसके फ्लैट से प्रवर्तन निदेशालय (ED) को जो पैसा मिला है, वह पार्थ चटर्जी का ही है। फ्लैट के जिस कमरे से ये पैसे मिले हैं, उधर कथित तौर पर अर्पिता को जाने की भी इजाजत नहीं थी।
पूछताछ में अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि पार्थ चटर्जी के आदमी उनके यहाँ पैसे लाकर रखते थे। कभी-कभी चटर्जी खुद भी आते थे और कमरों में रखे पैसों की जाँच करते थे। अर्पिता का दावा है कि उन्हें उस कमरे में जाने की अनुमति नहीं थी, जहाँ पैसे रखे जाते थे।
हालाँकि अर्पिता को यह पता था कि उसके घर में पैसे रखे गए हैं, लेकिन यह रकम कितनी है, इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। अर्पिता ने बताया था कि पार्थ चटर्जी उसके घर को ‘मिनी बैंक’ की तरह इस्तेमाल करते थे।