झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह जिले दुमका से एक और हिंसक घटना सामने आई है। दुमका के गोपीकांदर पहाड़िया आवासीय स्कूल के छात्रों ने सोमवार (29 अगस्त, 2022) को शिक्षक और लिपिक की सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि उन्हें प्रैक्टिकल में कम नंबर दिए गए थे और वे फेल हो गए थे।
दुमका के गोपीकांदर पहाड़िया आवासीय स्कूल में 9वीं और 10वीं कक्षा के छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा में कम नंबर मिले थे। इस कारण 11 छात्र फेल हो गए थे। फेल हुए ये छात्र स्कूल के पूर्व प्राचार्य एवं वर्तमान में गणित शिक्षक कुमार सुमन से इस बारे में बहस कर रहे थे। लेकिन, इस दौरान हो रही बहस ने हिंसक रूप ले लिया।
#Breaking
— TIMES NOW (@TimesNow) August 31, 2022
Another shocker from #Dumka: Teachers tied to tree by students for hours, severely beaten for failing eleven students- video filmed by students goes viral.
Siddhartha Talya with more on the story. pic.twitter.com/cMSuD5oUat
इसके बाद इन छात्रों ने गणित के शिक्षक कुमार सुमन, प्रधान लिपिक सुनीराम चौड़े और अचिंतो कुमार मल्लिक को पहले तो आम के पेड़ में बाँध दिया और फिर जमकर पिटाई कर दी। छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षक कुमार सुमन ने प्रैक्टिकल परीक्षा में कम नंबर दिए हैं, जिस कारण 11 छात्र फेल हो गए हैं।
छात्रों और शिक्षकों के बीच हुए इस विवाद और मारपीट की जानकारी जब गोपीकांदर प्रखंड के बीडीओ अनंत कुमार झा और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुरेंद्र हेंब्रम तक पहुँची तो दोनों ही हरकत में आ गए। इसके बाद उन्होंने, गोपीकांदर के थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता व पुलिस बल को साथ लिया और स्कूल पहुँचते हुए स्थिति को नियंत्रित किया।
इस पूरे मामले में प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए दोनों कक्षाओं (9वीं और 10वीं) के लगभग 40 छात्रों को निष्कासित कर दिया है और अभिभावकों को बुलावा भेजा है। इसके अलावा, बताया जा रहा है कि विवाद और मारपीट के बाद स्कूल के शिक्षकों के कहने पर पीड़ित शिक्षक, लिपिक तथा छात्रों के बीच आपसी समझौता करवाया गया है।
गोपीकांदर के थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता ने इस मामले में कहा है कि मारपीट के कारण शिक्षक कुमार सुमन को चोट आई है। उनका प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीकांदर में कराया गया है। साथ ही, छात्रों को कड़ी हिदायत दी गई है कि यदि भविष्य में ऐसी कोई भी घटना हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।