Friday, May 3, 2024
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महिला पुलिस कॉन्स्टेबल को जबरन घेर कर कोने में ले गए ‘अन्नदाता’, किया दुर्व्यवहार: एक अन्य जवान हुआ बेहोश

दिल्ली पुलिस के जवानों को किसानों की इस अराजकता के कारण उन्हें नियंत्रित करने में खासी परेशानी हो रही है। दिलशाद गार्डन में ड्यूटी के दौरान ही एक पुलिस का जवाब बेहोश होकर गिर पड़ा, जिसके बाद बाकी पुलिसकर्मियों ने उसे वहाँ फर्स्ट एड दिया।

दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के नाम पर पहुँचे किसान प्रदर्शनकारियों ने अब मर्यादा की सभी हदें लाँघनी भी शुरू कर दी है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें देखा कि सड़क पर प्रदर्शनकारियों ने एक महिला पुलिस को घेर कर पकड़ लिया और उसे एक कोने में लेकर चले गए। महिला पुलिस को किसान प्रदर्शनकारी चारों ओर से घेरे हुए थे। कोने में ले जाकर महिला कॉन्स्टेबल के साथ दुर्व्यवहार किया गया।

दिल्ली पुलिस के जवानों को किसानों की इस अराजकता के कारण उन्हें नियंत्रित करने में खासी परेशानी हो रही है। दिलशाद गार्डन में ड्यूटी के दौरान ही एक पुलिस का जवाब बेहोश होकर गिर पड़ा, जिसके बाद बाकी पुलिसकर्मियों ने उसे वहाँ फर्स्ट एड दिया। होश में आने के बाद उक्त पुलिस के जवान को अस्पताल ले जाया गया। वहीं ITO सेंटर में तो बसों को भी नुकसान पहुँचाया गया। किसान तोड़फोड़ कर आगे बढ़ते चले गए।

वहीं लाल किला पर किसान प्रदर्शनकारियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। वहाँ झंडे के साथ अब तक हजारों प्रदर्शनकारी जुट चुके हैं। दिल्ली पुलिस बार-बार अपील कर रही है कि किसान शांति-व्यवस्था बनाए रखते हुए प्रदर्शन करें। पुलिस ने लाठीचार्ज और आँसू गैस का भी सहारा लिया है। लाल किला और ITO मेट्रो स्टेशनों की एंट्री-एग्जिट गेट्स भी बंद कर दिए गए हैं। सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी तत्व उन्हें लगातार भड़का रहे हैं।

ये भी ध्यान देने वाली बात है कि दो सप्ताह पहले प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ)’ ने ऐलान किया था कि जो भी दिल्ली के लाल किला पर खालिस्तानी झंडा फहराएगा, उसे 2.5 लाख डॉलर (1.83 करोड़ रुपए) इनाम के रूप में दिए जाएँगे। अब किसानों की ट्रैक्टर रैली लाल किला पर पहुँच गई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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