10 फरवरी 2023 को चित्रकूट की रगौली जेल पर छापे के बाद एक कमरे से माफिया मुख्तार अंसारी की बहू निखत पकड़ी गई थी। वह जेल में बंद अपने शौहर अब्बास अंसारी से रोज मिलने जाती थी और तीन से चार घंटे साथ बिताती थी। इस संबंध में दर्ज एफआईआर से यह जानकारी सामने आई है कि अब्बास को जेल से भगाने की साजिश थी। निखत के मोबाइल से अब्बास जेल में बैठकर अपने गुर्गों को आदेश देता था।
यह एफआईआर रगौली चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर श्याम देव सिंह की शिकायत पर 11 फरवरी को दर्ज की गई है। इसमें बताया गया है कि निकहत अंसारी जेल के कुछ स्टाफ के साथ मिलकर अब्बास को फरार करवाने की साजिश रच रही थी। साथ ही अब्बास अंसारी अपने केस से जुड़े पुलिसकर्मियों, गवाहों और अभियोजन पक्ष के लोगों की हत्या करवाने की तैयारी कर रहा था।
निखत ने बताया है कि अब्बास उसे उन लोगों के नाम बताता था जिन्हें धमकी देनी होती थी। अब्बास के कुछ गुर्गों के नाम भी बताए हैं, जिन्हें वह जेल से आदेश देता था। इन गुर्गों से अब्बास ने कहा था कि पहले गवाहों को मुकरने के लिए धमकी दो और जो न माने उसे रास्ते से हटा दो।
खाड़ी देश की मुद्रा भी बरामद
FIR में बताया गया है कि निखत अंसारी के पास से 2 मोबाइल फोन, 21 हज़ार रुपए कैश के साथ 12 रियाल बरामद हुए हैं। रियाल खाड़ी देशों की मुद्रा है। इसके अलावा कुछ सोने के आभूषण भी मिले हैं, जिन्हे सील कर दिया गया है। FIR के मुताबिक जब निखत से उनका फोन माँगा गया तो उसने पुलिसकर्मियों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। पुलिस द्वारा मोबाइल का पासवर्ड पूछे जाने पर उसने गलत पासवर्ड बताए। पुलिस के मुताबिक निखत ने फोन से कुछ डाटा डिलीट करने की भी कोशिश की।
जेल में नहीं होती थी निखत की एंट्री
FIR में बताया गया है कि मुख़्तार अंसारी की बहू निखत की जेल में एंट्री रजिस्टर पर दर्ज नहीं होती थी। वह लगभग हर दिन 11 बजे सुबह जेल में अपने शौहर के पास आती थी। 3 से 4 घंटे समय बिताने के बाद वापस लौट जाती थी। निखत को जेल उसका ड्राइवर नियाज लाता और ले जाता था। मुलाकात के दौरान निखत अब्बास को पैसे देती थी जिसका इस्तेमाल जेल में सुविधा पाने के लिए वह करता था। निखत के फोन से ही वह अपने गुर्गों से सम्पर्क करता था।
सादी वर्दी में प्राइवेट कार से पहुँची थीं SP और DM
FIR में बताया गया है कि जेल में अनियमितता की लगातार शिकायतें मिलने के बाद 10 जनवरी 2023 को चित्रकूट जिले की SP वृंदा शुक्ला और DM अभिषेक आनंद वहाँ बिना किसी को बताए पहुँचे थे। SP ने वर्दी नहीं पहनी थी और DM भी अपनी सरकारी गाड़ी छोड़ कर प्राइवेट वाहन से गए थे। कुछ समय बाद पुलिस की स्वाट टीम के इंस्पेक्टर श्याम प्रताप पटेल भी वहीं बुला लिए गए। इसके बाद जेल में तलाशी शुरू कर दी गई। तलाशी के दौरान अब्बास अपनी बैरक में नहीं मिला। पता चला कि वो जेल अधीक्षक के ऑफिस के बगल वाले कमरे में अपनी बीवी के साथ है।
जब प्रशासनिक अमला वहाँ पहुँचा तब तक जेल के कर्मचारी अब्बास को निकाल कर चुपके से ले जा चुके थे। कमरे में निखत अंसारी मिली। उसकी तलाशी ली गई तो उसने पुलिस को धमकाया भी। हालाँकि बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। ड्राइवर नियाज भी गिरफ्तार हुआ है। FIR में जेल अधीक्षक सहित ड्यूटी पर तैनात अन्य स्टाफ भी नामजद किए गए हैं। ऑपइंडिया को स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निखत ने चित्रकूट के कर्वी मार्किट में एक घर किराए पर ले रखा था। बताया जा रहा है कि वह अब्बास के लिए नॉनवेज लेकर जेल जाती थी। जेल मैनुअल के खाने में नॉनवेज प्रतिबंधित है।