दिल्ली के जहाँगीरपुरी में शनिवार (16 अप्रैल 2022) को हनुमान जन्मोत्सव पर निकाली गई हिंदुओं की शोभा यात्रा पर हमला हुआ था। इसके बाद कई वीडियो वायरल हुए थे जिसमें दंगाई पत्थरबाजी करते, गोली चलाते, हथियार लहराते दिखे थे। इलाके में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण की बात भी सामने आई थी। अवैध निर्माणों को हटाने के लिए नगर निगम ने अभियान शुरू किया था जिसे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद रोक दिया गया। इस अभियान के बाद से ही इस कार्रवाई को मुस्लिम विरोधी प्रचारित करने की कोशिशें की जा रही है।
इस बीच जहाँगीरपुरी की एक औरत का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह कह रही है कि कोरोना केवल हिंदुओं को हुआ था। मुसलमानों को कुछ नहीं हुआ था। इसी तरह फिर से हिंदुओं पर कोई मुसीबत आएगी। पांचजन्य से बात करते हुए इस औरत ने कहा, “हमें कोई जानकारी (अतिक्रमण हटाने के अभियान की) नहीं दी गई थी। वे सीधे आए और एकाएक तोड़फोड़ शुरू कर दी। इन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट से इसकी इजाजत भी नहीं ली। मुस्लिमों को ले जाकर उनके साथ मारपीट की जा रही है। उनकी बीवियों को उठा रहे हैं और उनके घरों को तोड़ा जा रहा है। हर जुल्म तो मुस्लिमों पर ही किया जा रहा है। ये कैसा अन्याय है, ऊपर वाला फैसला करेगा।”
“कोरोना से सिर्फ हिन्दू मरे थे , मुसलमान को कुछ नहीं हुआ था , अल्लाह करे हिन्दू पर फ़िर कोई कहर टूटे।”
— Panchjanya (@epanchjanya) April 24, 2022
: जहांगीरपुरी की मुस्लिम महिला
Video : @Dipanshu_IND pic.twitter.com/dpDUE69NNp
आगे यह औरत कहती है, “जैसे कोरोना में हुआ था। उस दौरान केवल हिंदुओं को बीमारी हुई थी, मुस्लिमों को नहीं। खुदा ऐसा करेगा कि फिर कोई मुसीबत हिंदुओं पर आएगी। मुस्लिमों पर तो चाहे, जितने भी अत्याचार कर लें।” वैसे यह पहला मौका नहीं है जब जहाँगीरपुरी की किसी औरत के भीतर का मजहबी जहर इस तरह सामने आया हो। शोभा यात्रा पर हमले के बाद एक औरत का वीडियो सामने आया था जिसमें वह जय श्रीराम के नारे को लेकर अपनी नफरत प्रदर्शित कर रही थी।
वायरल वीडियो में इस औरत ने कहा था, “हमारे नमाज पढ़ते हुए डीजे क्यों बजाया जा रहा है। जय श्रीराम का नारा बहुत जोर-जोर से ये लोग चिल्ला रहे थे तो कोई भी बर्दाश्त नहीं करेगा। डीजे हमारे मस्जिद के आगे आखिर क्यों बजाया जाएगा।” इतना ही नहीं दंगाइयों के बचाव में उनके घर की औरतें भी अजीबोगरीब तर्क देती रही हैं।
जहाँगीरपुरी की हिंसा के दौरान गोली चलाने वाले सोनू चिकना और सलीम चिकना की अम्मी ने गोली चलाने की बात को कबूल करते हुए कहा था कि उसके बेटे को बेवजह गिरफ्तार किया गया है। उसने तो हिंसा के दौरान सिर्फ ‘अपने समुदाय का समर्थन’ करने के लिए बंदूक उठाई थी।
गौरतलब है कि जहाँगीरपुरी हिंसा में घायल हुए एएसआई अरुण कुमार ने बताया था कि शोभा यात्रा के गुजरते समय गाली-गलौच करने वालों में औरतें ज्यादा थीं। उनके अनुसार वे लोग जैसे ही सी ब्लॉक से बाहर निकले वैसे ही उनके ऊपर पथराव शुरू हो गया। हमलावरों के हाथों में लाठी, तलवार, सरिया सब कुछ था।