अपडेट: बिहार के डीजीपी की जॉंच के बाद हम सूचनाओं को अपडेट कर रहे हैं। पीड़ित पिता इस दौरान कई बार अपने बयान से मुकरे हैं। लिहाजा उनकी ओर से किए गए सांप्रदायिक दावों को हम हटा रहे हैं। हमारा मकसद किसी संप्रदाय की भावनाओं का आहत करना नहीं था। केवल पीड़ित पक्ष की बातें सामने रखना था। इस क्रम में किसी की भावनाओं को ठेस पहुॅंची हो तो हमे खेद है।
गोपालगंज के रोहित जायसवाल मामले ने नया मोड़ ले लिया है। कटेया थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी को सस्पेंड किए जाने की खबरें आ रही है। उन पर मृतक रोहित के माता-पिता के साथ अभद्रता के आरोप थे।
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ये कार्रवाई की है। वे दो दिनों से इलाक़े के दौरे पर थे और ख़ुद सारी स्थिति का जायजा लेते हुए जाँच कर रहे थे। उन्होंने थानाध्यक्ष तिवारी को त्वरित प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है। उन्होंने गोपालगंज का दौरा कर इस पूरे मामले का संज्ञान लिया।
इसी थाना क्षेत्र के बेलाडीह गाँव में रोहित के परिवार की पकौड़े की दुकान थी। रोहित के पिता राजेश जायसवाल ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे की हत्या कर नदी में लाश फेंक दी गई थी। उन्होंने थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी पर गाली-गलौज करने और अश्लील इशारे करने के आरोप लगाए थे। वो लगातार थानाध्यक्ष के निलंबन की माँग कर रहे थे। ऑपइंडिया के सूत्रों के अनुसार, आज दोपहर में तिवारी को सस्पेंड करने का निर्णय लिया गया।
थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी पर राजेश और उनकी पत्नी ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। राजेश ने ऑपइंडिया से कहा था, “थानाध्यक्ष ने मुझे गाली दी, मेरी पत्नी को गाली दी और मारपीट की। ऐसा व्यवहार किया जाता है क्या? उन्होंने अपनी पैंट खोल कर अश्लील इशारे किए।”
#गोपालगंज – देर से ही सही लेकिन #कटेया थानाध्यक्ष निलंबित। डीजीपी की जांच के बाद हुए निलंबित। अश्विनी तिवारी थे कटेया थानाध्यक्ष। @ippatel @bihar_katha की तरफ से @IPSGupteshwar बिहार DGP का आभार…@UtkarshSingh_.@Mukesh_Journo #Bihar
— Adv Nitish Pandey🇮🇳 (@niteshbhu001) May 16, 2020
इस मामले में पुलिस ने पहले कहा था कि 5 आरोपितों को जेल भेज कर कार्रवाई की जा चुकी है। राजेश जायसवाल ने भी कहा था कि उनलोगों की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हमने राजेश से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी जारी की थी।