गुजरात (Gujrat) की भरूच पुलिस ने भरूच में सामूहिक धर्मान्तरण (Religious conversion) मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए जिला अदालत से पाँच मुख्य आरोपितों के खिलाफ अरेस्ट वारंट हासिल कर लिया है। आमोद निवासी अब्दुल समद मोहम्मद उर्फ दाऊद सुलेमान पटेल (बेकरीवाला), शब्बीर मोहम्मद पटेल (बेकरीवाला), हसन ईशा पटेल (हसन तितली), इस्माइल याकूब उर्फ इस्माइल अछोड़वाला (मौलवी) और भरूच के ही नबीपुर के रहने वाले अब्दुल्ला आदम फेफड़ावाला के खिलाफ कोर्ट ने CRPC की धारा 70 के अंतर्गत के तहत गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
15 नवंबर 2021 को इन सभी के खिलाफ आमोद पुलिस स्टेशन में प्रवीण वसावा की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था, जिसमें 9 आरोपितों पर लालच देकर 37 आदिवासी परिवारों का धर्मान्तरण कराने का आरोप लगा गया था। बहरहाल, वारंट जारी होने के बाद अब पुलिस आरोपितों को समन और लुक आउट सर्कुलर जारी कर सकती है।
धर्मान्तरण के मामले में 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जबकि 4 लोग अभी भी बाहर घूम रहे हैं। वहीं पाँचवाँ आरोपित अब्दुल्ला फेफड़ावाला फरार है और उसके लंदन में होने की सूचना है। इन पाँचों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया है।
CRPC की धारा 70 के तहत गिरफ्तारी वारंट जारी होने के कारण इस मामले में आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस अब पूरे राज्य की पुलिस की मदद ले सकती है। अगर ये पुलिस की पहुँच से बाहर रहते हैं तो CRPC की धारा 82 के तहत इन्हें फरार घोषित कर सपत्ति को जब्त किया जा सकेगा।
क्या है भरूच धर्मान्तरण का मामला
15 नवंबर 2021 को भरूच के आमोद पुलिस स्टेशन पार्ट ए में दलित समुदाय से आने वाले प्रवीण वसावा की शिकायत पर गुजरात धर्म स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4, 5, 4-G और आईपीसी की धारा 120 (B), 153 (B) (C), 506 (2), 153A (1), 295 (K), 466, 467, 468, 471 और एट्रोसिटी एक्ट की धारा 3 (2) (5-A), 3 (2) (5) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम-2000 धारा 84 -C के तहत 9 आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। जिन 9 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई उनमें शब्बीर बेकरीवाला (आमोद), समाज बेकरीवाला (आमोद), अब्दुल अजीज पटेल (कांकरिया, आमोद), यूसुफ पटेल (कांकरिया, आमोद), अयूब बरकत पटेल (कांकरिया, आमोद), हसन टिसली (अछोद, आमोद) , फेफड़ावाला हाजी अब्दुल्ला, इस्माइल अछोड़वाला उर्फ डेलावाला (मौलवी) (अछोद, आमोद) और इब्राहिम पटेल (कांकरिया, आमोद) शामिल हैं।
प्रवीण वसावा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपितों ने हिंदू वसावा आदिवासियों को नौकरी, पैसे और बेहतर भविष्य का लालच देकर साल 2018 में धर्मान्तरण करवा दिया था। FIR के मुताबिक, आरोपितों ने लोगों को इस राष्ट्रव्यापी धर्मान्तरण के रैकेट की शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए कहा था कि वो लोग कश्मीर और पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं।
FIR के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 9 में से चार आरोपित अब्दुल अजीज पटेल, यूसुफ पटेल, अयूब बरकत पटेल और इब्राहिम पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा 6 अन्य याकूब इब्राहिम शंकर, रिजवान महबूब पटेल, ठाकोरभाई गिरधरभाई वसावा, साजिदभाई अहमदभाई पटेल, युसूफ वली हसन पटेल और अयूब बशीरभाई पटेल को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपितों ने विदेशों से चंदा लेकर 14 लाख रुपए जुटाए थे। इसमें से 7 लाख रुपए रिजवान पटेल ने बहरीन के इस्माइल से जमा किए थे। भरूच के पुलिस उपाधीक्षक MP भोजानी ने कहा कि जाँच के दौरान यह पता चला है कि याकूब शंकर और रिजवान पटेल ने 14 लाख रुपए एकत्र किए थे, जिसका उपयोग एक इबादतगाह (मस्जिद) बनाने और इस्लाम कबूल करने वाले लोगों में बाँटने के लिए किया गया था। इस तरह की धर्मांतरण गतिविधियों के लिए भरूच जिला कलेक्टर से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।
भोजानी ने आगे कहा कि ठाकोर भाई गिरधर भाई वसावा ने आदिवासी परिवारों को इस्लाम में धर्मांतरित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जंबूसर के अयूब बशीर पटेल गाँव में मोहम्मदी मस्जिद का सदस्य है और नए धर्मांतरित आदिवासियों को इस्लाम के बारे में सिखाने के लिए वहाँ ले जाता है।
वहीं, साजिद और युसूफ अछोड़वाला गाँव के बैतुलमाल ट्रस्ट के सदस्य हैं और सलाउद्दीन शेख ने उन्हें 3.71 लाख रुपए का चंदा दिया था। इस साल अक्टूबर में वडोदरा शहर पुलिस के विशेष जाँच दल (SIT) ने पाया कि शहर स्थित अमेरिकन फेडरेशन ऑफ मुस्लिम्स ऑफ इंडियन ओरिजिन (AFMI) ने ‘विस्थापित’ बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के लिए गाजियाबाद के नजदीक 400 फ्लैटों के निर्माण सहित अन्य गतिविधियों के लिए हवाला के जरिए फंड भेजा था।
उस पर भारत-नेपाल सीमा के पास मौलवियों को फंडिंग करने का भी आरोप है। शेख AFMI के ट्रस्टियों में से एक हैं। कुछ साल पहले मुंबई में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से प्रभावित होकर शेख ने ट्रस्ट की शुरुआत की थी। उसका नाम उत्तर प्रदेश के सामूहिक धर्म परिवर्तन रैकेट में भी सामने आया था। इस रैकेट के प्रमुख संदिग्धों में उमर गौतम है।
वहीं लंदन में माने जा रहे हाजी फेफड़ावाला पर वडोदरा में साल 2019 में भड़काऊ भाषण देने और 2002 में हुए गोधरा कांड के मामले में दगे करवाने के भी आरोप हैं। 2003 में उसने 125 डोनर ढूँढने की बात कही थी। जिसके जरिए वह लंदन से मुस्लिमों को पैसा भेजने वाला था।
उक्त कार्यक्रम में सलाहुद्दीन शेख और उमर गौतम भी शामिल थे, जो कि यूपी एटीएस द्वारा हवाला और धर्मान्तरण रैकेट चलाने के मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। माना जा रहा है कि बीते 18 सालों में फेफड़ावाला ने भारत को 150 करोड़ रुपए से अधिक का दान दिया है।