Saturday, November 16, 2024
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फिरोज खान बाल काटता था… खोल रखा था सलून, महाराष्ट्र पुलिस ने इतना मारा कि मौत हो गई

हेयर सलून के मालिक का नाम फिरोज खान था। सलून खुला देखने के बाद पुलिस ने फिरोज को बाहर बुलाया, मारने लगी। पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हुई।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कोविड-19 पाबंदियों का उल्लंघन करने पर एक हेयर सैलून मालिक को अपनी जान गँवानी पड़ी। कथित तौर पर दो पुलिसकर्मियों ने बुधवार (अप्रैल 14, 2021) दोपहर उसकी खुली दुकान देखने के बाद उसे इतना प्रताड़ित किया कि उसने अस्पताल पहुँचने से पहले दम तोड़ दिया।

घटना के बाद इलाके में पुलिस की इस हरकत पर बड़े पैमाने पर विरोध होने लगा। नतीजन पुलिस कमिश्नर निखिल गुप्ता को स्वयं मामले पर संज्ञान लेकर दोनों पुलिसकर्मियों का उस्मानपुर पुलिस थाने से कंट्रोल रूम में ट्रांस्फर करना पड़ा। 

दोनों पुलिस वालों की पहचान इंस्पेक्टर दिलीप तारे और सब इंस्पेक्टर प्रवीण वाघ के तौर पर हुई। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि उन्होंने घटना पर संज्ञान लेकर निष्पक्ष जाँच शुरू कर दी है। इस जाँच को क्राइम बैच के इंस्पेक्टर अविनाश अघाव हेड करेंगे। अगर जाँच में कोई पुलिसकर्मी या अधिकारी दोषी पाया गया तो उसके विरुद्ध उचित कार्रवाई होगी।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हेयर सलून के मालिक का नाम फिरोज खान था। घटना के बाद उनके परिजनों और स्टाफ ने बताया कि दोपहर में सैलून खुला देखने के बाद पुलिस ने फिरोज को बाहर बुलाया, जब वह गए तो पुलिस उन्हें मारने लगी। इस दौरान पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हुई।

परिजनों के अनुसार, हल्ले-गुल्ले में खान दुकान के शटर पर जा गिरे और उनके सिर पर चोट आ गई। बेहोशी की अवस्था में उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया लेकिन वहाँ डॉक्टरों ने बताया कि फिरोज पहले ही दम तोड़ चुके थे।

अस्पताल से फिरोज का शव लेने के बाद सभी परिजन उस्मानपुर पुलिस थाने गए और दोनों पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ मर्डर केस दर्ज करवाने की माँग की। देखते ही देखते सारी घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और शहर के विभिन्न कोनों से लोग आकर थाने के सामने विरोध करने लगे।

इसी दौरान नगर सांसद इम्तियाज जलील भी घटनास्थल पर पहुँचे। उन्होंने मृतक के परिवार को सांत्वना देते हुए प्रदर्शन कर रहे लोगों को शांत कराया। इसके बाद बॉडी को GMCH ले जाया गया, जहाँ पहले पोस्टमॉर्टम हुआ और बाद में शव परिजनों को सौंप दिया गया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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