Saturday, April 27, 2024
Homeदेश-समाजहाथ, ऊँगलियाँ, गर्दन काटी और टाँग दिया शव: किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक...

हाथ, ऊँगलियाँ, गर्दन काटी और टाँग दिया शव: किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक और बर्बर हत्या

इसी तरह की वारदात इसी साल जून के महीने में सामने आई थी। टीकरी बॉर्डर पर किसानों के विरोध स्थल पर एक व्यक्ति को शहीद बताकर जिंदा जला दिया गया था।

तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे कथित किसान प्रदर्शन स्थल के पास से हत्या की एक और वारदात सामने आई है। हरियाणा के सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर एक युवक की बर्बर तरीके से हत्या कर लाश को लटका दिया। शुकवार (15 अक्टूबर 2021) की सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के मंच के पीछे शव लटका मिला। दावा किया जा रहा है कि निहंग सिखों ने इस वारदात को अंजाम दिया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, व्यक्ति की हत्या करने से पहले उसे करीब 100 मीटर तक घसीटा गया। बाद में उसके दाहिने हाथ और गर्दन को काटा गया। हत्या से पहले मृतक को बेहद प्रताड़ना दी गई होगी क्योंकि उसकी पाँचों ऊँगलियों को भी काट दिया गया था। युवक पर गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का आरोप लगाया गया है। हालाँकि वह कौन है इस बात का फिलहाल पता नहीं चल सका है।

मामले की सूचना पर कुंडली थाने के प्रभारी रवि कुमार जब वहाँ पहुँचे तो निहंग सिखों ने उसके शव को बैरिकेड से उतारने देने से मना किया। घटनास्थल पर जब एक पत्रकार ने फोटो लेनी चाही तो निहंगों ने उसे भी धमकाया था। हालाँकि, बाद में जब बलदेव सिरसा वहाँ पहुँचे तब निहंगों ने डेड बॉडी को उतारने दिया।

निहंग सिखों ने आरोप लगाया है कि 30,000 रुपए देकर एक साजिश के अंतर्गत युवक को यहाँ भेजा गया था। वहाँ पहुँचने के बाद युवक ने गुरुग्रंथ साहिब का अंग-भंग कर दिया। जिसके बाद गुस्साए निहंगों ने उसे पकड़ लिया और जमकर पीटा। फिलहाल पुलिस युवक की शिनाख्त करने की कोशिश कर रही है, लेकिन मामले में कुछ भी कहने से बच रही है।

पहले जिंदा जला दिया गया था एक को

इसी तरह की वारदात इसी साल जून के महीने में सामने आई थी। टीकरी बॉर्डर पर किसानों के विरोध स्थल पर एक व्यक्ति को शहीद बताकर जिंदा जला दिया गया था। कसार गाँव का रहने वाला मुकेश नाम का युवक घूमते हुए किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए चला गया था। वहाँ उसे पहले जमकर शराब पिलाई गई। उसके बाद जिंदा जला दिया गया।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कसाब को फाँसी के फंदे तक पहुँचाया, 1993 मुंबई ब्लास्ट के आतंकियों को दिलाई सज़ा: वकील उज्जवल निकम को BJP ने चुनावी मैदान में...

मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट पर अब बीजेपी के उज्जवल निकम का सामना वर्षा गायकवाड़ से होगा। वर्ष गायकवाड़ धारावी विधानसभा सीट से कॉन्ग्रेस की विधायक हैं।

राम-राम कहने पर मुँह में डाल दी लाठी, छाती में गोली मार सड़क पर घसीटी लाश: कारसेवक कमलाकांत पांडेय, मुलायम सरकार में छीना गया...

जानिए 1990 में बलिदान हुए कारसेवक कमलाकांत के बारे में जिनकी पत्नी का 'मंगलसूत्र' अयोध्या में सिर्फ राम-राम कहने पर नोच लिया गया था

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe