हैदराबाद के एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर के ख़िलाफ़ 5 बच्चियों का बलात्कार करने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। भद्राद्री कोठागुडेम जिला के प्राथमिक विद्यालय के हेडमासटर ने अगस्त से लेकर अब तक 7 से 11 उम्र की 5 बच्चियों का रेप किया था। एक पीड़ित बच्ची ने बताया है कि हेडमास्टर उनका शोषण करने से पहले उन्हें अश्लील फिल्म दिखाता था बाद में उन्हें नुकसान पहुँचाने की धमकी भी देता था।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, 40 वर्षीय हेडमास्टर की काली करतूत का खुलासा उस समय हुआ जब शोषण किए जाने से कक्षा 2 में पढ़ने वाली छात्रा बीमार पड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अपने इलाज के दौरान बच्ची ने बताया कि उसे उसके शिक्षक द्वारा प्रताड़ित किया जाता है।
पुलिस ने यह जानकारी पाने के बाद हेडमास्टर के खिलाफ़ अपनी जाँच शुरू की। इस दौरान उन्हें पता चला कि केवल एक बच्ची ही नहीं बल्कि उसी स्कूल की 4 अन्य लड़कियों के साथ भी हेडमास्टर कुकर्म कर चुका है। उसके ख़िलाफ़ पुलिस ने धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया है।
पुलिस ने कहा, “लॉकडाउन के बाद छूट मिलते ही दो टीचरों ने स्कूल जाना शुरू किया था। इसमें टीचर के रोल में हेडमास्टर भी था। चूँकि रेगुलर क्लास नहीं चल रहीं थी तो जब भी हेडमास्टर ड्यूटी पर जाता तो वो उनमें से किसी एक लड़की को उनके घर से अपने साथ ले जाता और पढ़ाने के बहाने उनके साथ दुष्कर्म करता।”
सोमवार (दिसंबर 14, 2020) को इस संबंध में पीड़ित बच्ची की माँ ने स्थानीय पुलिस के पास शिकायत लिखवाई थी। उन्होंने बताया कि जब भी हेडमास्टर बुलाने आता था तो उनकी बेटी अक्सर स्कूल जाने से मना किया करती थी। माँ ने कहा:
“मैं उसे पूछती रहती थी कि आखिर क्या हुआ, लेकिन उसने कभी कुछ नहीं बताया कि वो क्लास क्यों नहीं जाना चाहती। एक दिन जब वो अचानक बीमार पड़ी और सीधे चल भी नहीं पाई, तब मुझे संदेह हुआ कि ऐसा कुछ हो सकता है। मैं उससे लगातार पूछती रही, तब उसने मुझे अपने यौन शोषण की बात बताई। मैंने सुना है कि वो चाकू दिखा कर लड़कियों को डराता था कि वो किसी के सामने अपना मुँह न खोलें।”
बता दें कि पुलिस ने ICDS (Integrated Child Development Services ) अधिकारियों के साथ मिल कर पीड़िता को मेडिकल चेक अप के लिए भेज दिया है और बाकी पीड़ितों के परिवारों का बयान रिकॉर्ड करने की भी बात कही है। पुलिस का कहना है कि उनकी टीम आरोपित टीचर की तलाश कर रही हैं। उन्होंने ICDS से संपर्क इसीलिए किया है क्योंकि पीड़िता अभी बहुत छोटी है।