Friday, April 19, 2024
Homeदेश-समाजआंध्र प्रदेश: पद्मनाभा स्वामी मंदिर में तोड़ी गई भगवान गणेश और माँ सरस्वती की...

आंध्र प्रदेश: पद्मनाभा स्वामी मंदिर में तोड़ी गई भगवान गणेश और माँ सरस्वती की मूर्ति, कीमती सामान सुरक्षित

पुलिस उपाधीक्षक महेंद्र ने कहा, “हमने मंदिर का दौरा किया और पाया कि मंदिर के बाहर कुछ मूर्तियों को तोड़ा गया था। हमने इस साल जनवरी में मंदिर प्रबंधन को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए नोटिस जारी किया था। लेकिन सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए। हमने मामला दर्ज कर लिया है और जाँच जारी है।”

आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम (Srikakulam) जिले के जालुमुरु मंडल के कराकावलसा गाँव के पद्मनाभा स्वामी मंदिर में अज्ञात बदमाशों द्वारा देवी-देवताओं की मूर्ति तोड़ने का मामला उजागर हुआ है। घटना कुछ दिन पहले घटित हुई थी। लेकिन इसके बारे में रविवार (अगस्त 8, 2021) को मालूम हुआ। पुलिस ने बताया कि मंदिर के बाहर रखी सरस्वती देवी और भगवान गणेश की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया है।

पुलिस ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालु साल में एक दिन संक्रांति त्योहार के लिए इकट्ठा होते हैं। मंदिर पहाड़ों पर है इसलिए आम दिनों में वहाँ केवल पुजारी लोग जाते हैं। ये काम लूटपाट करने वालों ने नहीं किया क्योंकि मंदिर की कोई भी कीमती चीज गायब नहीं हुई है। पुलिस उपाधीक्षक एम महेंद्र ने बताया कि मंदिर के पुजारी और समिति के सदस्यों की ओर से पुलिस को शिकायत मिली है।

पुलिस उपाधीक्षक महेंद्र ने कहा, “हमने मंदिर का दौरा किया और पाया कि मंदिर के बाहर कुछ मूर्तियों को तोड़ा गया था। हमने इस साल जनवरी में मंदिर प्रबंधन को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए नोटिस जारी किया था। लेकिन सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाए। हमने मामला दर्ज कर लिया है और जाँच जारी है।”

अब इस मामले को ट्विटर पर शेयर करके आंध्र प्रदेश सरकार पर सवाल उठाया जा रहा है। लोग ट्वीट कर पूछ रहे हैं कि आखिर ईसाइयों के सीएम के राज में क्या उम्मीद की जाए। ट्वीट में एक यूजर लिखती हैं, “श्रीकाकुलम में सरस्वती माँ की मूर्ति को तोड़ा गया। आप इसके अलावा क्या उम्मीद करते हुए ईसाइयों के सीएम राज से? शर्म करो जगन मोहन रेड्डी, तुम्हारी सरकार ने हिंदू मंदिरों से सैंकड़ों रुपए लूटे और अब तुम उन्हें प्रोटेक्शन भी नहीं दे पा रहे।”

उल्लेखनीय है कि हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ का एक ऐसा ही मामला बांग्लादेश से भी आया था। वहाँ अल्पसंख्यक हिंदुओं के मंदिरों को निशाना बनाया गया था। शनिवार (7 अगस्त) को बांग्लादेश में कुछ कट्टरपंथियों ने अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कई घरों, दुकानों पर हमला किया था और चार मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। यह घटना बांग्लादेश के खुलना जिले के रूपशा उपजिला के शियाली गाँव में हुई थी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

कौन थी वो राष्ट्रभक्त तिकड़ी, जो अंग्रेज कलक्टर ‘पंडित जैक्सन’ का वध कर फाँसी पर झूल गई: नासिक का वो केस, जिसने सावरकर भाइयों...

अनंत लक्ष्मण कन्हेरे, कृष्णाजी गोपाल कर्वे और विनायक नारायण देशपांडे को आज ही की तारीख यानी 19 अप्रैल 1910 को फाँसी पर लटका दिया गया था। इन तीनों ही क्रांतिकारियों की उम्र उस समय 18 से 20 वर्ष के बीच थी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe