नोएडा की रहने वाली दीक्षा मिश्रा की नैनीताल के एक होटल में हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद आरोपित इमरान फरार है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है हालाँकि दीक्षा के परिजनों ने इसे लव-जिहाद करार दिया है और बताया है कि इमरान ने पहले अपना नाम ऋषभ तिवारी बताया था।
ज्ञात हो कि नोएडा के होरिजन होम्स एक्सटेंशन की रहने वाली दीक्षा मिश्रा 14 अगस्त 2021 को इमरान और अपने दो अन्य दोस्तों के साथ नैनीताल घूमने गए थे। 15 अगस्त को दीक्षा का जन्मदिन मनाने के बाद सभी ने एक ही कमरे में पार्टी की और उसके बाद सभी अपने कमरे में चले गए। इसी दौरान रात में इमरान के दीक्षा की हत्या करके फरार होने का संगीन आरोप है। कोतवाली पुलिस ने फ़िलहाल इमरान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और एसआई नितिन बहुगुणा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम आरोपित इमरान की गिरफ्तारी के लिए नोएडा के लिए रवाना हुई।
दीक्षा एक रियल इस्टेट कंपनी में एक अच्छे पद पर काम करती थी जबकि इमरान एक कबाड़ी था। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार दीक्षा के परिजनों ने लव-जिहाद का आरोप लगाते हुए कहा है कि आरोपित इमरान ने अपना नाम ऋषभ तिवारी बताया था। दीक्षा के भाई अंकुर मिश्रा का कहना है कि जब वह आरोपित इमरान से मिला था तब उसने अपना नाम ऋषभ तिवारी बताया था साथ ही दोस्तों ने भी यह आरोप लगाया है कि आरोपित की फेसबुक आईडी भी ऋषभ तिवारी के नाम से ही थी।
हत्या का आरोपित इमरान दीक्षा का फोन लेकर फरार हुआ है। बताया जा रहा है कि उसने दीक्षा की 11 साल की बेटी को फोन लगाकर दीक्षा के फोन का पासवर्ड पूछा। इसके अलावा वह दीक्षा के फ्लैट से जरूरी कागजात भी अपने साथ ले गया है। दीक्षा की सन् 2008 में शादी हुई थी लेकिन पति द्वारा शराब पीकर मारपीट करने के बाद दीक्षा अपने पति से अलग रह रही थी। दीक्षा की एक 11 साल की बेटी भी है।
कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि दीक्षा के सीने में इमरान के नाम का टैटू था ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दीक्षा, इमरान की असलियत से वाकिफ थी लेकिन दीक्षा के परिजनों का यही कहना है कि वह अकेले रहकर अच्छी-खासी कमाई करती थी इसलिए इमरान ने किसी तरह उसे अपने जाल में फँसा लिया होगा। हालाँकि पुलिस मामले की जाँच कर रही है जिसके पूरे होने पर ही पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी।