Tuesday, May 21, 2024
Homeदेश-समाजकंबल, चादर, तकिया... ट्रेनों में मिलेगा फिर से सब कुछ: भारतीय रेलवे ने की...

कंबल, चादर, तकिया… ट्रेनों में मिलेगा फिर से सब कुछ: भारतीय रेलवे ने की सुविधा बहाल

साल 2020 में महामारी आने के बाद यात्रियों को चादर, तकिया और कंबल देना बंद कर दिया गया था। उन्हें चाहे कितना लंबा सफर हो अपने लिए खुद इंतजाम करना पड़ता था। ऐसे में उन्हें परेशानी भी होती थी।

भारतीय रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए तत्काल प्रभाव से ट्रेनों में बेड रोल मुहैया कराने की बड़ी सुविधा को बहाल कर दिया है। गुरुवार (10 मार्च) को इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसके मुताबिक रेल मंत्रालय अब फिर से लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को कंबल और चादर आदि देने का प्रबंध करेगा।

गौरतलब है कि साल 2020 में महामारी आने के बाद यात्रियों को चादर, तकिया और कंबल देना बंद कर दिया गया था। उन्हें चाहे कितना लंबा सफर हो अपने लिए खुद इंतजाम करना पड़ता था। ऐसे में उन्हें परेशानी भी होती थी। लेकिन अब रेलवे से आए निर्देशों के अनुसार तत्काल प्रभाव से इस सेवा को चालू करने का ऐलान किया गया है। अब आज से जो भी यात्री भारतीय रेलवे से सफर करेंगे उन्हें कंबल और चादर दोनों मिलेगी।

इस बाबत रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को आदेश जारी कर निर्देश दिए हैं कि इन वस्तुओं की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से शुरू की जाए। कथिततौर पर यात्रियों द्वारा इस सुविधा को बहाल करने की माँग लंबे समय से चली आ रही थी। इसी माँग को देखते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वाराणसी दौरे में बेड रोल की सुविधा को जल्द बहाल करने का आश्वासन दिलाया था।

यहाँ बता दें कि भारतीय रेलवे की एसी कोच में जो लोग अपनी रिजर्वेशन करवाते हैं उन्हें रेलवे कंबल, तकिया, चादर देता है। हालाँकि 2020 में ये सुविधा बंद होवे के बाद रेलवे की ओर से कुछ दिनों तक यात्रियों को डिस्पोजेबल बेडरोल किट मुहैया कराए गए, जिसके लिए उन्हें अलग से पेमेंट करना पड़ता था। हालाँकि यह डिस्पोजल बेडरोल आइडिया ज्यादा दिन नहीं चला। अब इस सुविधा के दोबारा शुरू होने पर कई यात्री रेलवे का शुक्रिया कह रहे है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जहाँ से लड़ रही लालू की बेटी, वहाँ यूँ ही नहीं हुई हिंसा: रामचरितमानस को गाली और ‘ठाकुर का कुआँ’ से ही शुरू हो...

रामचरितमानस विवाद और 'ठाकुर का कुआँ' विवाद से उपजी जातीय घृणा ने लालू यादव की बेटी के क्षेत्र में जंगलराज की यादों को ताज़ा कर दिया है।

निजी प्रतिशोध के लिए हो रहा SC/ST एक्ट का इस्तेमाल: जानिए इलाहाबाद हाई कोर्ट को क्यों करनी पड़ी ये टिप्पणी, रद्द किया केस

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए SC/ST Act के झूठे आरोपों पर चिंता जताई है और इसे कानून प्रक्रिया का दुरुपयोग माना है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -