Friday, November 15, 2024
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महिला IPS असलम खान ने की पुलवामा के आतंकी ‘जैसी बात’, खुलेआम गौमूत्र पर कसा तंज

दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा ने एक ट्वीट किया - वामपंथी कैंसर होते हैं। इसी के जवाब में महिला IPS अधिकारी असलम खान ने लिखा, "क्या हम उन्हें गौ मूत्र से ठीक नहीं कर सकते?"

हिंदू धर्म में गौ के पूजनीय होने के कारण उसके दूध, गोबर, मूत्र को हर कर्मकांड में बेहद पवित्र माना जाता है। ऐसे में वामपंथी और कट्टरपंथी अक्सर हिंदू धर्म को नीचा दिखाने के लिए इसे घृणा और उपहास की नजरों से देखते हैं। अक्सर गाय के गोबर और गौमूत्र को लेकर इनकी उलटी-सीधी बयानबाजी सामने आती रहती है। इसी क्रम में पुलवामा हमले के आतंंकी को भी गौमूत्र का नाम लेकर हिंदुओं को निशाना बनाते देखा गया था। लेकिन, इस बार गौमूत्र पर तंज वामपंथियों, कट्टरपंथियो और आतंकियों से हटकर एक आईपीएस महिला अधिकारी ने कसा है। अधिकारी का नाम असलम खान है।

दरअसल, जेएनयू में वामपंथियों द्वारा रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को रोकने के कारण भड़की हिंसा पर दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर सिंह बग्गा ने ट्विटर पर लेफ्ट विचारधारा के प्रति अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने अपने ट्वीट में वामपंथियो को कैंसर कई बार लिखा। जिसके बाद लोगों ने इस ट्वीट पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। किसी ने बग्गा को उनके ट्वीट के लिए ट्रोल किया, तो किसी ने उनका समर्थन। लेकिन इसी दौरान महिला IPS अधिकारी असलम खान ने लिखा, “क्या हम उन्हें गौ मूत्र से ठीक नहीं कर सकते?”

हालाँकि, ये बात सच है कि आयुर्वेद में गौ-मूत्र को एक कारगर औषधि के रूप में देखा जाता है और ये भी कहा जाता है कि इससे कैंसर जैसी कई घातक बीमारियों से बचा सकता है। लेकिन बग्गा के ट्वीट पर असलम खान ने ‘गौमूत्र’ हिंदू धर्म की मान्यता को अपमानित करने के लिहाज से किया। जिसके बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें आड़े हाथों ले लिया।

सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा असलम को पुलवामा के उस फिदायीन हमलावर आदिल डार की याद दिलाई गई, जिसने ‘गौमूत्र पीने वाले’ कहकर हिंदुओं को मुख्यत: निशाना बनाया था। जिसने अपने आखिरी वीडियो में कहा था, “गौमूत्र पीने वाले भद्दे लोग उनके आक्रमणों का सामना नहीं कर पाएँगे।”

असलम खान ने जो ट्विट किया, इसके बाद उन्हें उनके पद और सोच के लिए धिक्कारा गया। कई लोगों ने तुरंत उन्हें हिंदू धर्म का अपमान करने के लिए पद से हटाने की माँग की। वहीं किसी ने कहा, “ऐसे लोग जनता को प्रोटेक्ट करेंगे? हमें हैरानी नहीं करनी चाहिए अगर यही अधिकारी कल को जिहादियों को भारत में घुसने का पास दे या फिर खुद ही को फिदायीन हमलावरों की तरह उड़ा ले।”

बता दें कि असलम के कमेंट में गौमूत्र पर टिप्पणी देखकर कुछ ने उनके समर्थन में हिंदुओं और हिंदुत्व को निशाना बनाने के लिए ये भी कहा कि प्रशासन में उनके जैसे अन्य अधिकारी भी होने चाहिए।

वहीं, असलम के एक शुभचिंतक ने उन्हें उनकी टिप्पणी पर राय दी कि उन्हें बतौर अधिकारी सार्वजनिक तौर पर गाय पर या फिर किसी धर्म पर ऐसी टिप्पणी कभी नहीं करनी चाहिए। यूजर के मुताबिक वो और असलम एक साथ इस पर मिलकर हँस सकते हैं, लेकिन सार्वजिनक तौर पर ऐसी टिप्पणियों का विरोध करना चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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