इजरायल और फलस्तीन के बीच जारी संघर्ष में अब तक 90 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें भारत के केरल की सौम्या संतोष भी हैं। इजरायल ने कहा है कि वह सौम्या के परिवार का ख्याल रखेगा।
भारत में इजरायल की उप उच्चायुक्त रॉनी येदिदिया क्लेन ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि सौम्या के परिवार को इजरायल की ओर से न सिर्फ मुआवजा दिया जाएगा, बल्कि उनका खर्च भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, “परिवार का ध्यान इजरायल की ओर से रखा जाएगा और जो हुआ उसके लिए मुआवजा दिया जाएगा। हालाँकि एक माँ और पत्नी के जाने की भरपाई कोई नहीं कर सकता।”
उन्होंने कहा, “हम परिवार के संपर्क में हैं। जब यह हादसा हुआ तो वह अपने पति से बात कर रही थी और मैं यह अंदाजा लगा सकती हूँ कि उनके पति के लिए यह कितना भयानक होगा। वह जो महसूस कर रहे होंगे उसको लेकर मैं सिर्फ संवेदना ही जाहिर कर सकती हूँ।”
The family will be taken care of by the Israeli authorities in compensation for what happened, although nothing can ever compensate for the loss of a mother and wife: Rony Yedidia Clein, Israel’s Deputy Envoy, to ANI on Kerala woman who died in Palestinian rocket strike on Israel pic.twitter.com/UTDjosmIjr
— ANI (@ANI) May 13, 2021
उन्होंने बताया कि राजदूत ने उनके परिवार से बात कर पूरे इजरायल की तरफ से संवेदना जाहिर की थी। हम परिवार और तेल अवीव में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं और शव लाने का इंतजाम किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 31 साल की सौम्या संतोष की मौत फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास के रॉकेट हमले की चपेट में आने से हुई थी। जब हमला हुआ उस वक्त वह केरल में रह रहे अपने पति संतोष से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी।
मूल रूप से केरल के इडुकी की रहने वाली सौम्या इजरायल के अश्कलोन शहर में जिस घर में रह रही थी, वह रॉकेट की चपेट में आ गया था। संतोष के भाई साजी ने बताया था, “मेरे भाई ने वीडियो कॉल के दौरान जोरदार धमाका सुना। अचानक फोन कट गया। तब हमने तुरंत वहाँ काम कर रहे अन्य मलयाली लोगों से संपर्क किया और हमें इस घटना के बारे में जानकारी मिली।” सौम्या सात सालों से इजरायल में थी और एक बुजुर्ग महिला की देखभाल कर रही थीं। उनका एक नौ साल का बेटा भी है जो केरल में अपने पिता के साथ रहता है।
दूसरी ओर इजरायल और फलस्तीन का संघर्ष लगातार तेज होता जा रहा। हमास का युद्धविराम प्रस्ताव ठुकराने के बाद इजरायल दोतरफा हमले की तैयारी में हैं। बताया जा रहा है कि हवाई हमलों के साथ-साथ जमीन हमले की खाका तैयार कर लिया गया है। रिपोर्टों के अनुसार संघर्ष शुरू होने के बाद से इजरायल पर 1600 से ज्यादा रॉकेट दागे जा चुके हैं। जवाब में वह गाजा में 600 से अधिक ठिकानों को निशाना बना चुका है।