Tuesday, May 20, 2025
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पत्थरबाज़ों के बीच सुरक्षाबलों ने किया 3 आतंकियों को ढेर

राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक शेष पॉल वैद ने कहा, “हिजबुल आतंकी का यह दुखद अंत है। शमसुल के आईपीएस भाई ने उसे मुख्यधारा में लाने की तमाम कोशिशें की थीं।”

जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में (IPS) अधिकारी के भाई शमसुल समेत तीन आतंकियों को ढेर किया गया, जबकि मुठभेड़ के दौरान एक सैनिक भी घायल हो गया। पुलिस की मानें तो शेरमल गाँंव में चार से छह आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद इलाके मे सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों द्वारा तलाशी अभियान शुरू किया गया। जिसमें आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी फ़ायरिंग में तीनों आतंकियों को ढेर किया गया।

आतंकियों को बचाने फिर जुटे पत्थरबाज़

सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को बचाने के इरादे से एक बार फिर पत्थरबाज सक्रिय नज़र आए। पत्थरबाजों और सुरक्षाबलों के बीच करीब चार घंटे तक झड़प हुई जिसमें सुरक्षाबलों ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आँसू गैस के गोले दागे और पैलेट गन का इस्तेमाल किया।

‘IPS भाई के समझाने पर भी नहीं सुधरा शमसुल’

सुरक्षा बलों ने द्रग्गुड गाँव के जिस आतंकी शमसुल को मारा है, उसके बड़े इनामुल हक़ मेंगनू 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वो अभी पूर्वोत्तर भारत में तैनात हैं। शमसुल आतंकी गतिविधि में शामिल होने से पहले श्रीनगर के एक कॉलेज से यूनानी मेडिसीन में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था। शमसुल के मारे जाने पर टिप्पणी करते हुए राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक शेष पॉल वैद ने कहा, “हिजबुल आतंकी का यह दुखद अंत है। शमसुल के आईपीएस भाई ने उसे मुख्यधारा में लाने की तमाम कोशिशें की थीं।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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