Wednesday, November 20, 2024
Homeदेश-समाज60 साल के बुजुर्ग ने बैरियर हटाने का विरोध किया, सत्तार और उसके परिजनों...

60 साल के बुजुर्ग ने बैरियर हटाने का विरोध किया, सत्तार और उसके परिजनों ने पीट-पीटकर मार डाला

अंसारी और उनके परिवार के लोगों ने बैरियर हटाने का विरोध किया। इसके बाद सत्तार का पूरा परिवार मौके पर इकट्ठा हो गया। उनलोगों ने लाठी, डंडे और रॉड से अंसारी पर हमला कर दिया। बीच-बचाव में आए उनके बेटों की भी पिटाई की।

झारखंड में लॉकडाउन के दौरान बैरियर हटाने का विरोध करना एक बुजुर्ग के लिए जानलेवा साबित हुआ। 60 साल के अलीमुद्दीन अंसारी की उनके ही गॉंव के मोहम्मद सत्तार और उसके परिजनों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। घटना बोकारो जिले के बेरमो इलाके की है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस घटना में अंसारी के चार अन्य परिजन जख्मी भी हुए हैं। आरोपित फरार हैं। सूचना मिलने पर पुलिस गॉंव पहुॅंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार दोपहर करीब 12 बजे सत्तार घर बनवाने के लिए ईंट मॅंगवा रहा था। ईंट लेकर ट्रैक्टर जब पहुॅंचा तो उसने गॉंव के प्रवेश द्वार पर लगे बॉंस के बैरियर को हटा दिया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए बाहरी लोगों की आवाजाही रोकने के लिए यह बैरियर लगाया गया था।

अंसारी और उनके परिवार के लोगों ने बैरियर हटाने का विरोध किया। इसके बाद सत्तार का पूरा परिवार मौके पर इकट्ठा हो गया। उनलोगों ने लाठी, डंडे और रॉड से अंसारी पर हमला कर दिया। बीच-बचाव में आए उनके बेटों की भी पिटाई की।

पिटाई के दौरान अंसारी कुएँ में गिर गए और उनकी मौत हो गई। यह भी कहा जा रहा है कि आरोपितों ने ही धक्का देकर उन्हें कुएँ में गिरा दिया। घटना में उनके चार बेटों को भी गंभीर चोटें आई।

घटना की जानकारी मिलने पर जरीडीह सर्किल इंस्पेक्टर रूस्तम अंसारी व पेटरवार थाना प्रभारी विपिन कुमार जवानों संग मौके पर पहुँचे। मृतक अंसारी के पुत्र इम्तियाज से घटना की जानकारी ली। इम्तियाज ने बताया कि गॉंव के ही मोहम्मद सत्तार ट्रैक्टर से ईंट लाने के लिए जबरन बैरियर हटवा रहा था।

इम्तियाज ने बताया कि विरोध करने पर सत्तार, उसके बेटे इरफान, आमिर, हुसैन साई अन्य ने मिलकर लाठी, डंडे और रॉड से हमला कर दिया। घटना के बाद सत्तार के परिवार के लोग फरार हो गए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जामा मस्जिद का होगा सर्वे, विष्णु शंकर जैन की याचिका पर कोर्ट का आदेश: दावा- यह हरिहर मंदिर, यहाँ कल्कि भगवान लेंगे अवतार

संभल की जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बता कर दायर हुई विष्णु शंकर जैन की याचिका पर जिला अदालत ने सर्वे के आदेश जारी कर दिए हैं।

1971 में पैदा हुआ बांग्लादेश, पहली बार पाकिस्तान से डायरेक्ट आया कार्गो जहाज: जानिए समंदर के रास्ते का यह कारोबार भारत के लिए कैसा...

1971 के बांग्लादेश के बनने के बाद पहली बार कोई जहाज सामान लेकर पाकिस्तान के किसी बंदरगाह से सीधा बांग्लादेश पहुँचा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -