झारखंड में एक नौकरानी को बुरी तरह प्रताड़ित किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता जनजाति समाज से है। आरोपित महिला सीमा पात्रा पूर्व आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी है। वह राजनीति में भी सक्रिय हैं। बीजेपी में शामिल होने से पहले वह कॉन्ग्रेस में एक्टिव थी।
पीड़ित नौकरानी की पहचान सुनीता के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि राँची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित पात्रा के घर में उसे बंधक बनाकर रखा गया था। उसे लगातार टॉर्चर किया जाता था। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के अधिकारी विवेक बास्की को सुनीता के बंधक होने की जानकारी मिली थी। उन्होंने राँची पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद 22 अगस्त 2022 को सुनीता को मुक्त कराया गया। इस मामले में अब तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Ranchi, Jharkhand | Police team rescued a 29-yr-old woman working as a domestic help at the residence of an-ex IAS officer on Aug 22, after she was allegedly physically tortured by her employer. Case registered; probe on. The woman is currently undergoing medical treatment:Police
— ANI (@ANI) August 30, 2022
रिपोर्टों के अनुसार करीब दस साल पहले पात्रा के घर सुनीता को काम करने के लिए लाया गया था। बाद में उसे दिल्ली भेज दिया गया जहाँ पात्रा की बेटी वत्सला रहती थी। दिल्ली से उनके ट्रांसफर के बाद सुनीता वापस राँची पात्रा के घर आ गई।
यहाँ उसकी पिटाई होती थी। जब उसने घर जाने की इजाजत माँगी तो उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया। सुनीता का शरीर जख्मों से भरा हुआ है। उसके साथ आए दिन मारपीट की जा रही थी। कई बार गरम तवे से भी उसके शरीर के कई अंगों को दागा गया। कथित तौर पर उसे जीभ से शौच साफ करने को मजबूर किया जाता था।
बताया जा रहा है कि लोहे की रॉड से पिटाई के कारण उसके तीन-चार दाँत भी टूट चुके हैं। हालत ऐसी है कि न तो वह खुद से खड़ी हो पा रही और न ही ढंग से कुछ बोल पा रही। फिलहाल राँची के रिम्स हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने सुनीता के साथ मारपीट का कई बार विरोध किया था। इस दौरान उसकी अपनी माँ से बहस भी जो जाती थी। बाद में उसे भी मानसिक रोगी बता अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया।