उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक आबादी वाले जिले कानपुर में कोरोना संकट दिनोंदिन गहराता जा रहा है। यहाँ पर एक मदरसे के 13 छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनके तार भी तबलीगी जमात के लोगों के साथ जुड़ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि ये छात्र कोरोना वायरस से संक्रमित तबलीगी जमात के लोगों के साथ संपर्क में आए थे। 13 नए मामले के सामने आने के साथ ही कानपुर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 107 हो गए हैं।
कुली बाजार स्थित मदरसे से 50 लोगों के सैम्पल लिए गए थे। इनमें से 13 सैम्पल पॉजिटिव आए हैं। सीएमओ डॉ. एके शुक्ला ने बताया कि अधिकतर केस सीलिंग इलाके से आ रहे हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि लोग अब भी लाॅकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं।
डॉ. शुक्ला ने बताया कि इन मरीजों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। अब उन्हें सरकारी अस्पतालों के कोविड-19 क्वारंटाइन वार्डों में भर्ती कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हॉटस्पॉट क्षेत्र है। यहीं के 30 लोग पहले संक्रमित पाए गए थे।
केजीएमयू और जीएसवीएम से गुरुवार देर रात आई रिपोर्ट में 24 लोग संक्रमित पाए गए थे। इनमें अनवरगंज थाने में तैनात एक हेड कांस्टेबल भी शामिल थे। यह हॉटस्पॉट क्षेत्र है। यहीं के 30 लोग पहले संक्रमित पाए गए थे।
हेड कांस्टेबल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यहाँ के स्टाफ में हड़कंप मच गया। सूचना पर डीएम एसएसपी मौके पर पहुँचे। अपनी निगरानी में सभी पुलिसकर्मियों की जाँच करवाई।
स्वास्थ्य विभाग ने कांस्टेबल के संपर्क में आए थाना प्रभारी, दो दरोगा समेत 14 पुलिस वालों के सैंपल जाँच के लिए भेजे हैं। इनसे थाने में ही रहने और सावधानी बरतने को कहा गया है। थाने और वहाँ बने आवास परिसर को सैनिटाइज कराया गया और फिर थाने को सील कर दिया गया।
कानपुर में कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत होने के साथ ही 7 लोग ठीक होकर अपने-अपने घर चले गए हैं। मरने वालों में तीनों हाॅटस्पाॅट इलाके के रहने वाले हैं। तबलीगी जमात से जुड़े छह सदस्य 14 दिन के इलाज के बाद स्वस्थ्य होकर मंधना स्थित क्वारंटाइन सेंटर में रुके हुए हैं। डीएम ब्रम्हादेव तिवारी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि लाॅकडाउन का इमानदारी से पालन करें। यदि वह बेवजह घर से बाहर निकलते हैं तो उन पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। डीएम ने बताया कि हाॅटस्पाॅट इलाकों की निगरानी ड्रोन के जरिए की जा रही है।
गौरतलब है कि कानपुर में गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में जमाती सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर एक साथ नमाज अदा करते नजर आए थे। इन लोगों ने डॉक्टरों के साथ बदतमीजी करने के साथ ही क्वारंटाइन वार्ड में थूक-थूक कर गंदगी भी फैलाई थी। बाद में यही जमाती डॉक्टरों के सामने रो-रोकर उनसे अपने जीवन की भीख माँग रहे थे।