उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने अवैध तौर पर रह रहे 5 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में 2 पुरुष, 2 महिलाएँ और एक नाबालिग किशोर शामिल हैं। ये सभी आरोपित फर्जी पहचान के साथ भारत में रह रहे थे। इनके पास से कई पासपोर्ट और आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। एक बांग्लादेशी नागरिक कई देशों की यात्रा भी कर चुका था और उसके पास तमाम देशों की करेंसी भी बरामद हुई है। कानपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफ़ान सोलंकी ने इन सभी के कागजातों को वेरिफाई भी कर रखा था। पुलिस ने यह कार्रवाई रविवार (11 दिसंबर 2022) को की है।
कानपुर पुलिस के मुताबिक 11 दिसंबर को थाना मूलगंज पुलिस को कुछ संदिग्धों के मेस्टन रोड की तरफ जाने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की तो 4 लोग पकड़ में आए। उन्हें जब पहचान पत्र दिखाने को कहा गया तब वो लोग टालमटोल करने लगे। पुलिस को गुमराह करने के लिए सभी संदिग्धों ने पहचान पत्र घर पर होने का बहाना बनाने लगे। पुलिस उन सभी संदिग्धों को ले कर उनके घर पहुँची। वहाँ पुलिस को खालिद माजिद नाम का व्यक्ति पहले से मौजूद मिला।
इस दौरान पुलिस ने संदिग्धों के घर की तलाशी ली जिसमें बांग्लादेशी पासपोर्ट, फर्जी आधार कार्ड, विदेशी करेंसी के साथ लगभग साढ़े 14 लाख रुपए भी बरामद हुए। इस बाबत पूछने पर आरोपित कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। आख़िरकार पुलिस ने सभी 5 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। जब उनसे पूछताछ की गई तो आरोपितों ने बताया कि वो मूल रूप से बांग्लादेश के खुलना जिले के निवासी हैं। संदिग्धों की पहचान 79 साल के ख़ालिद माज़िद, 53 साल के रिज़वान मोहम्मद, 45 साल की हिना खालिद और 21 साल की रुखसार के तौर पर हुई। एक अन्य नाबालिग भी पुलिस हिरासत में है जो इसी परिवार का है।
#POLICE_COMMISSIONERATE_KANPUR_NAGAR #सराहनीय_कार्य…
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) December 11, 2022
अपनी पहचान छिपाकर शहर में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक तथा उसके परिवार को @kanpurnagarpol के थाना मूलगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये नागरिकों में तीन युवक, दो महिलाएं और एक नाबालिग किशोर शामिल हैं। @Uppolice pic.twitter.com/S0HKDeY1tB
पुलिस पूछताछ में सभी आरोपितों ने बताया कि सभी आरोपित साल 2016 में भारत में रह रहे हैं। इन सभी के पास 1001 डॉलर विदेशी मुद्रा और सोने के कई आभूषण बरामद हुए हैं। पकड़ा गया रिज़वान पाकिस्तान, मलेशिया, बांग्लादेश और नेपाल कई बार जा चुका है। पुलिस ने सभी आरोपितों पर IPC की धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120-B के साथ धारा 14 विदेशी विषयक अधि0 1946 के तहत FIR दर्ज की है। पुलिस पूरे मामले की जाँच कर रही है।
सपा विधायक और पार्षद ने वेरिफाई किए थे कागजात
पुलिस यह भी जानकारी दी है कि पकड़े गए आरोपितों के कागजात कानपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक हाजी इरफ़ान सोलंकी ने वेरिफाई किए थे। पुलिस ने बताया कि सपा विधायक इरफ़ान ने न सिर्फ पकड़े गए आरोपितों को अपने आधिकारिक लेटर हेड पर भारतीय होने का सर्टिफिकेट दिया था बल्कि उनके कागजातों को लगातार सत्यापित भी किया था। हाजी इरफ़ान के अलावा सपा पार्षद मन्नू रहमान ने साल 2019 में इन बांग्लादेशियों के भारतीय होने का प्रमाण पत्र जारी किया था।