Sunday, September 1, 2024
Homeदेश-समाजकोरोना के कारण काँवड़ यात्रा प्रतिबंधित, नियम तोड़ने वाले 14 काँवड़ियों के खिलाफ उत्तराखंड...

कोरोना के कारण काँवड़ यात्रा प्रतिबंधित, नियम तोड़ने वाले 14 काँवड़ियों के खिलाफ उत्तराखंड में मामला दर्ज

अभय प्रताप सिंह, सीओ सिटी हरिद्वार ने बताया कि काँवड़ यात्रा को कोविड-19 के चलते प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद रविवार को हर की पौड़ी पर कुछ लोगों द्वारा नियम तोड़ने का प्रयास किया गया।

कोरोना महामारी के चलते इस साल उत्तराखंड सरकार ने काँवड़ यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है। इसी बीच कुछ लोगों द्वारा नियम तोड़ने की खबर सामने आई है। समाचार न्यूज एजेंसी एएनआई (ANI) के मुताबिक, अभय प्रताप सिंह, सीओ सिटी हरिद्वार ने बताया कि काँवड़ यात्रा को कोविड-19 के चलते प्रतिबंधित किया गया है। इसके बावजूद रविवार (25 जुलाई) को हर की पौड़ी पर कुछ लोगों द्वारा नियम तोड़ने का प्रयास किया गया।

उन्होंने बताया कि नियम तोड़ने वाले 14 लोगों को पकड़कर आपदा अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही इन सबको क्वारंटाइन भी किया गया है।

गौरतलब ​है कि बीते दिनों उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से आने वाले काँवड़ियों से अनुरोध किया है कि वह कांवड़ लेकर उत्तराखंड के किसी भी शहर में प्रवेश न करें। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में कांवड़ियों की एंट्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। सावन महीने में यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर सील कर दिया जाएगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जनता की समस्याएँ सुन रहे थे गिरिराज सिंह, AAP पार्षद शहज़ादुम्मा सैफी ने कर दिया हमला: दाढ़ी-टोपी का नाम ले बोले केंद्रीय मंत्री –...

शहजादुम्मा मूल रूप से बेगूसराय के लखमिनिया का रहने वाला है। वह आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है जो वर्तमान में लखमिनिया से वार्ड पार्षद भी है।

चुनाव आयोग ने मानी बिश्नोई समाज की माँग, आगे बढ़ाई मतदान और काउंटिंग की तारीखें: जानिए क्यों राजस्थान में हर वर्ष जमा होते हैं...

बिश्नोई समाज के लोग हर वर्ष गुरु जम्भेश्वर को याद करते हुए आसोज अमावस्या मनाते है। राजस्थान के बीकानेर में वार्षिक उत्सव में भाग लेते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -