कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने सोमवार (27 जून 2022) को ‘काशी यात्रा’ परियोजना को मंजूरी दी। इसके तहत वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर जाने के इच्छुक 30,000 तीर्थयात्रियों को 5,000 रुपए प्रतिव्यक्ति नकद सहायता दी जाएगी। इसके लिए धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के कमिश्नर को ‘काशी यात्रा’ के लिए स्वीकृत सात करोड़ रुपए का उपयोग करने के लिए अधिकृत किया है।
राज्य के धार्मिक बंदोबस्ती और हज एवं वक्फ मंत्री शशिकला जोले ने कहा कि इस योजना का लाभ सिर्फ कर्नाटक के मूल निवासी ही उठा सकते हैं। मूल निवास का प्रमाण पत्र के रूप में मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड या राशन कार्ड आदि देना होगा।
मंत्री ने कहा कि काशी यात्रा का लाभ लेने वाले जो भी आवेदक होंगे, उनकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। इसके लिए उन्हें अपना आयु प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित ‘काशी यात्रा’ का लाभ कोई भी तीर्थयात्री अपने जीवन में सिर्फ एक बार ही ले सकता है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने 1 अप्रैल से 30 जून तक काशी विश्वनाथ मंदिर की यात्रा की थी और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें अपने दर्शन टिकट या प्रतीक्षा सूची, ‘पूजा रसीद’ जैसे प्रमाण प्रस्तुत करने होंगे। उन्हें तय प्रारूप में इसे धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के कमिश्नर के यहाँ जमा कराना होगा।
बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 2022-23 के बजट में काशी यात्रा के लिए 5,000 रुपए का अनुदान देने की घोषणा की थी। काशी यात्रा अनुदान योजना 2022 के लाभ उन लोगों के लिए लाई गई है, जो काशी की यात्रा तो करना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण ऐसा नहीं कर पाते।