Friday, May 16, 2025
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‘ये लोग लंबे समय से रह रहे’: केंद्र की डेडलाइन के बावजूद पाकिस्तानियों को वापस नहीं भेजेगा केरल, यूपी में एक-एक को निकाल बाहर करने का अभियान हुआ पूरा

कोझिकोड में नोटिस पाने वाले पुथनपुरावलप्पिल हम्सा ने बताया है कि वह 'चाय बेचने' के लिए पाकिस्तान चले गए थे और 2007 में लौटे। तब से वह वीजा के आधार पर भारत में रह रहे हैं। हालाँकि, उनका वीजा भी खत्म हो गया था जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट में मामला दायर किया था। कोर्ट ने उन्हें भारत में रहने की इजाजत दे दी थी।

केरल पुलिस ने तीन पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का दिया गया नोटिस वापस ले लिया है। उन्हें पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत से वापस पाकिस्तान जाने को कहा गया था। पुलिस ने इसके पीछे उनका लम्बे समय से भारत में रहना बताया है। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया है कि राज्य में 1 को छोड़ कर सारे पाकिस्तानी वापस भेजे जा चुके हैं। हरियाणा में भी 400+ पाकिस्तानियों को वापस भेजने की प्रक्रिया चालू हो गई है।

केरल पुलिस ने वापस लिया नोटिस

ऑनमनोरमा की एक रिपोर्ट के अनुसार, केरल पुलिस ने विदेश मंत्रालय के पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करने के आदेश के बाद कोझिकोड जिले में रहने वाले 3 पाकिस्तानियों को नोटिस जारी किया था। इनमें एक पुरुष जबकि 2 महिलाएँ हैं। इन तीनों के नाम पुथनपुरावलप्पिल हम्सा, खमरुन्निसा और अस्मा हैं।

इन्हें शुक्रवार (25 अप्रैल, 2025) और शनिवार को नोटिस दिया गया था। इनसे 27 अप्रैल तक भारत छोड़ कर वापस पाकिस्तान चले जाने को कहा गया था। हालाँकि, यह नोटिस शनिवार रात वापस ले लिया गया। केरल पुलिस के एक अफसर ने बताया कि यह तीनों लम्बे समय से रह रहे हैं।

केरल पुलिस ने कहा कि उन्होंने उन लोगों के नोटिस वापस लेने का फैसला लिया है जिन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर दिया है या फिर लम्बी अवधि के वीजा के लिए भारत के भीतर हैं। केरल के मामले में तीनों ही ऐसी ही प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।

कोझिकोड में नोटिस पाने वाले पुथनपुरावलप्पिल हम्सा ने बताया है कि वह ‘चाय बेचने’ के लिए पाकिस्तान चले गए थे और 2007 में लौटे। तब से वह वीजा के आधार पर भारत में रह रहे हैं। हालाँकि, उनका वीजा भी खत्म हो गया था जिसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट में मामला दायर किया था। कोर्ट ने उन्हें भारत में रहने की इजाजत दे दी थी।

वहीं बाकी 2 महिलाएँ आपस में बहनें हैं और उनके पिता कराची में व्यापार करते थे। यह दोनों 1992 में पाकिस्तान से भारत आई थीं। तब से यह भारत में ही रह रही हैं। यह भी भारतीय नागरिकता के लिए प्रयास कर रही हैं। इन तीनों को अब 27 अप्रैल तक भारत नहीं छोड़ना होगा।

उत्तर प्रदेश से सारे पाकिस्तानी भेजे गए वापस

विदेश मंत्रालय के निर्णय के बाद उत्तर प्रदेश से सारे पाकिस्तानी वापस भेज दिए गए हैं। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने दी है। उन्होंने कहा है कि 1 पाकिस्तानी नागरिक अभी प्रदेश में बचा है, उसे 30 अप्रैल, 2025 को वापस भेज दिया जाएगा।

डीजीपी प्रशांत कुमार ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान वापस भेजे जाने वाले यह सभी लोग छोटी अवधि के लिए दिए गए वीजा पर भारत आए थे। इनमें से उत्तर प्रदेश के जिलों में अपनी रिश्तेदारियों में आए थे। पुलिस ने उनकी पहचान कर उन्हें वापस भेजा है।

उत्तर प्रदेश में उन लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई है, जो लम्बी अवधि के लिए दिए गए वीजा पर हैं। ऐसे अधिकांश लोग शरणार्थी हिन्दू हैं। बताया गया है कि उत्तर प्रदेश में लगभग 1000 लोग ऐसे लम्बी अवधि के वीजा पर रह रहे हैं।

हरियाणा में भी तेज हुई कार्रवाई

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी राज्य के गृह विभाग से पाकिस्तानियों पर कार्रवाई तेज करने को कहा है। बताया गया है कि हरियाणा में वर्तमान में 450 से अधिक पाकिस्तानी रह रहे हैं। CM सैनी ने कहा है कि कोई भी पाकिस्तानी राज्य में नहीं रहना चाहिए। CM सैनी ने पाकिस्तानियों को 24 घंटे का समय भी दिया है। उन्होंने यह कार्रवाई 27 अप्रैल तक पूरी करने को कहा है। राज्य में कई हिन्दू शरणार्थी परिवार भी हैं।

गौरतलब है कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सभी पाकिस्तानियों को दिए गए वीजा रद्द करने का फैसला लिया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि लम्बी अवधि वाले वीजा छोड़ कर बाकी सभी पाकिस्तानी 27 अप्रैल तक अपने मुल्क वापस चले जाएँ।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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