अपडेट: ताज़ा जानकारी ये है कि बुलंदशहर से जिस शाहरुख़ सैफी को उठाया गया था, उसे पूछताछ के बाद क्लीन-चिट दे दी गई है। वहीं गाजियाबाद से उठाए गए शाहरुख़ सैफी से पूछताछ जारी है।
केरल में चलती ट्रेन में आग लगाकर फरार होने वाले संदिग्ध शाहरुख सैफी को उत्तर प्रदेश से हिरासत में लिया गया है। यूपी एटीएस ने उसे बुलंदशहर से धर-दबोचा है। पुलिस पूछताछ कर घटना में उसकी संलिप्तता की जाँच कर रही है।
दरअसल, पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों की निशानदेही पर आरोपित का स्केच जारी किया था। स्केच से उसकी पहचान शाहरुख सैफ़ के रूप में हुई थी। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश एटीएस ने बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र के अकबराबाद से संदिग्ध को हिरासत में लिया है। कहा जा रहा है कि यूपी एटीएस ने सोमवार (3 अप्रैल, 2023) को जाल बिछाते हुए उसे काम के लिए बुलाया था। इसके बाद हिरासत में ले लिया।
हिरासत में लिए गए शाहरुख सैफ ने 9वीं तक की पढ़ाई की है और पेशे से कारपेंटर है। वह दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद समेत अन्य जगहों पर काम करता था। शाहरुख के 4 भाई हैं 2 भाई गाजियाबाद और 2 भाई बुलंदशहर में रहते हैं। शाहरुख के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि शाहरुख केरल क्यों और कैसे गया था।
इलाज के लिए हॉस्पिटल गया था शाहरुख
रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस ने जिस शाहरुख का स्केच जारी किया है वह इलाज कराने के लिए कुन्नूर के जिला चिकित्सालय गया था। यहाँ से भी पुलिस उसकी सारी आवश्यक जानकारी जुटाकर आगे की कार्रवाई कर रही है।
नोएडा और गाजियाबाद में भी एनआईए कर रही है तलाशी
ट्रेन में आग लगाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए एनआईए भी इस मामले में पुलिस की सहायता कर रही है। दरअसल इस मामले में अब तक आतंकी एंगल होने की बात सामने नहीं आई है। लेकिन इससे इनकार भी नहीं किया गया है। ऐसे में एनआईए की एक टीम संदिग्धों की तलाशी नोएडा और गाजियाबाद में तलाशी कर रही है। हालाँकि अब तक इन दोनों ही जगह से किसी को हिरासत में लेने या गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।
लोन वुल्फ अटैक का हो सकता है मामला
‘न्यूज 18’ ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है, “आतंकी एंगल से देखने पर यह मामला कट्टरपंथी हमलावर द्वारा किया गया हमला लगता है। हालाँकि, इस तरह के आतंकी हमले सामने नहीं हैं। ऐसे में यह मामला ‘लोन वुल्फ’ अटैक का भी हो सकता है।” बता दें कि लोन वुल्फ अटैक को आतंक की दुनिया में दहशत फैलाने का सबसे नया तरीका माना जाता है। आमतौर पर ऐसे हमलावर या तो आत्मघाती होते हैं या फिर पुलिस एनकाउंटर में मारे जाते हैं।
इस तरह के हमलों में एक आतंकी ही पूरे ऑपरेशन को अंजाम देता है। इसमें किसी लीडर या सरगना की जरूरत नहीं होती। आतंकी आम दिखने वाली या फिर छोटी चीजों जैसे चाकू, तलवार या ग्रेनेड से हमलाकर आतंक को अंजाम देते हैं। बड़ी बात यह है कि ‘लोन वुल्फ अटैक’ में आतंकी की पहचान करना भी मुश्किल होता है।
क्या है मामला
रविवार (2 अप्रैल, 2023) की रात करीब 9 बजकर 45 मिनट पर अलप्पुझा-कन्नूर एग्जीक्यूटिव एक्सप्रेस ट्रेन कोझिकोड शहर को क्रॉस कर कोरापुझा रेलवे पुल पर पहुँची थी। इसी दौरान दो लोगों के बीच ट्रेन में चढ़ने को लेकर विवाद हो गया। तभी आरोपित ने अन्य यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसके चलते यात्रियों ने चेन पुलिंग करते हुए ट्रेन को रोका। ट्रेन के रुकते ही आरोपित मौके से फरार हो गया। बाद में यात्रियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। इस घटना में एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं 8 लोग घायल हुए थे।