OpIndia is hiring! click to know more
Saturday, April 12, 2025
Homeदेश-समाजखालिस्तानी अमृतपाल सिंह की माँ गिरफ्तार, बिना अनुमति निकालने वाले थे मार्च: चाहते हैं...

खालिस्तानी अमृतपाल सिंह की माँ गिरफ्तार, बिना अनुमति निकालने वाले थे मार्च: चाहते हैं असम से पंजाब की जेल में शिफ्ट हो ‘वारिस पंजाब दे’ का सरगना

खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले फरवरी में उसने अमृतसर के निकट अजनाला में अपने साथियों के साथ मिलकर थाने पर हमला बोल दिया था। उसने साथियों के साथ मिलकर खूब उत्पात मचाया था।

पंजाब पुलिस ने रविवार (7 अप्रैल, 2024) को पंजाब के अमृतसर से खालिस्तानी अमृतपाल सिंह की माँ बलविंदर कौर को गिरफ्तार कर लिया। अमृतपाल के चाचा सुखचैन सिंह समेत 4 अन्य को भी गिरफ्तार किया गया। यह सभी अमृतपाल के लिए एक मार्च का आयोजन करने बठिंडा जा रहे थे।

अमृतपाल के परिजन अन्य लोगों के साथ रविवार (8 अप्रैल, 2024) को बठिंडा में खालसा चेतना मार्च का आयोजन करने वाले थे। यह मार्च अमृतपाल को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब की किसी जेल में लाए जाने की माँग को लेकर आयोजित किया जाना था। इस मार्च को बठिंडा के तलवंडी साबो में तख़्त दमदमा साहिब से शुरू होकर अमृतसर में तख़्त साहिब पर खत्म होना था। इस आयोजन में अमृतपाल के परिजनों के अलावा कई सिख संगठन भी शामिल थे।

बताया गया है कि सभी गिरफ्तार लोगों को चार दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह भी जानकारी सामने आई है कि बठिंडा प्रशासन ने इस मार्च को लेकर अनुमति नहीं दी थी। इसका आयोजन बिना अनुमति के किया जा रहा था। अनुमति कानून व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए नहीं दी गई थी।

पुलिस ने अमृतपाल की माँ बलविंदर कौर और बाकी गिरफ्तार हुए लोगों के विरुद्ध एक मुकदमा भी दर्ज किया है। गौरतलब है कि बलविंदर कौर ने 22 फरवरी, 2024 के बाद अमृतसर के अकाल तख़्त साहिब में ही भूख हड़ताल चालू की थी। यह भूख हड़ताल भी अमृतपाल को पंजाब लाए जाने को लेकर थी।

‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले फरवरी में उसने अमृतसर के निकट अजनाला में अपने साथियों के साथ मिलकर थाने पर हमला बोल दिया था। उसने साथियों के साथ मिलकर खूब उत्पात मचाया था। यह पूरा बवाल अमृतपाल के एक चेले की गिरफ्तारी को लेकर चालू हुआ था।

इसके बाद अमृतपाल के खिलाफ एक मामला दर्ज किया था। अमृतपाल कार्रवाई होते देख फरार हो गया था। वह लगभग एक महीने तक यहाँ वहाँ छुपता रहा था। उसे सुरक्षा एजेंसियों ने अप्रैल, 2023 में एक गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उससे असम के डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया गया था। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाया गया था।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जब औरंगज़ेब ने जारी किया सभी मंदिरों को ध्वस्त करने का फरमान… काशी-मथुरा ही नहीं, पुरी से लेकर सोमनाथ तक को भी नहीं छोड़ा:...

कई बड़े मंदिरों और तीर्थस्थलों से इन मुग़लों को पैसे मिलते थे। यहाँ तक कि कुंभ जैसे आयोजनों से भी इन आक्रांता शासकों की बड़ी कमाई होती थी।

राष्ट्रपति की शक्तियों पर ‘सुप्रीम’ कैंची, राज्यपाल के बाद अब प्रेसिडेंट के लिए भी तय की डेडलाइन: कहा – ‘जेबी वीटो’ संविधान में नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राष्ट्रपति को राज्यपाल द्वारा मंजूरी के लिए भेजे गए कानून पर 3 महीने के भीतर एक्शन लेना होगा।
- विज्ञापन -