पंजाब पुलिस के ऑपरेशन सेल ने दो खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ़्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल हैं। उसे लुधियाना से गिरफ़्तार किया गया, जहाँ वह बतौर नर्स कार्यरत थी। वहीं, दूसरी गिरफ़्तारी गुरदासपुर से हुई। करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने के कुछ ही दिन बाद हुई इन गिरफ़्तारियों ने ख़ुफ़िया एजेंसियों व सुरक्षा बलों को चौकन्ना कर दिया है। पाकिस्तान द्वारा करतारपुर साहिब में कई आपत्तिजनक चीजें लिखी जाने की बात सामने आई थी। पाक ने लिखा था कि भारत ने यहाँ बम गिराया। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने जाने के पीछे पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई की साजिश होने की आशंका पहले ही जता चुके हैं।
जिन खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ़्तार किया गया है, उनके निशाने पर कई हिन्दू नेता थे। इन्हें पंजाब में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विदेश से फंड मिल रहे थे। हिंदूवादी नेताओं को इस्लामिक आतंकियों व कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाए जाने की ख़बर भी आई थी। गुरदासपुर से गिरफ़्तार खालिस्तानी आतंकी ड्राइवर के रूप में काम करता था। दोनों मिल कर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे, जिसमें हिंदूवादी नेताओं की हत्या भी शामिल थी।
गिरफ़्तार हुए खालिस्तानी आतंकियों की पहचान भी हो चुकी है। सुरिंदर कौर फरीदकोट की रहने वाली है। वह लुधियाना के किसी निजी अस्पताल में नर्स का काम करती थी। सुरिंदर कौर के साथी की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है। वह होशियारपुर का रहने वाला है। वह दुबई में ड्राइवर का काम करता था। पंजाब पुलिस की साइबर क्राइम सेल इन दोनों पर कई दिनों से नज़र बनाए हुए थे। पुलिस ने बताया कि दोनों ही सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्त बने थे और फेसबुक पर सक्रिय थे।
पंजाब में महिला समेत 2 खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार, दहशत फैलाने की थी कोशिश https://t.co/rSzLPOqQzp #Punjab #TerroristArrested pic.twitter.com/BJQemD5pg6
— Punjab Kesari-Punjab (@KesariPunjab) November 12, 2019
दोनों आतंकियों से पूछताछ भी की गई है। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया है कि वो पंजाब में आतंकी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के लिए काम कर रहे थे। पंजाब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन्हें विदेश में कहाँ से फंड मिल रहा था और कौन लोग इनकी मदद कर रहे थे। दोनों ही आतंकियों को अदालत ने दो दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।