आगरा के खंदौली क्षेत्र में मंगलवार (17 सितंबर) को एक नाबालिग हिन्दू लड़की की अपहरण की ख़बर सामने आई। घटना सैमरा गाँव की है, जहाँ आबिद ने अपने दो दोस्तों दानिश और कैश की मदद से 15 वर्षीय हिन्दू लड़की का अपहरण कर लिया।
ख़बर के अनुसार, कक्षा 9 की 15 वर्षीय छात्रा का मंगलवार दोपहर क़रीब 12 बजे अपहरण कर लिया गया। लड़की के माता-पिता एटा में रहते हैं, जबकि वो पढ़ाई के लिए अपने मामा के घर पर रह रही थी। लड़की के मामा को दोपहर में आबिद नाम के एक युवक का फोन आया। आबिद ने कथित तौर पर मामा को धमकी दी कि उसने उसकी भांजी का अपहरण कर लिया है और इस बात की सूचना वो पुलिस को बिल्कुल न दे।
फ़ोन कॉल के बाद, लड़की के मामा ने कथित तौर पर पुलिस स्टेशन में शिक़ायत दर्ज कराई। दानिश और कैश, जो आबिद के दो दोस्त हैं, जिन्हें पिछले कुछ दिनों से लड़की के घर के आसपास घूमते हुए देखा गया था, उनके भी शामिल होने का संदेह था। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने लिखित शिक़ायत दर्ज नहीं की और लड़की के परिवार को वापस भेज दिया।
जैसे ही अपहरण की ख़बर फैली क्षेत्र में अशांति फैल गई। मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार, अपहरण की ऐसी घटनाएँ पहले भी सामने आ चुकी हैं। ग्रामीणों का एक समूह मुख्य आरोपी आबिद के परिवार से बातचीत करने गया, जहाँ दोनों समुदाय के बीच बवाल मच गया। कथित रूप से घरों को जला दिया गया और धीरे-धीरे इलाक़े में अशांति फैल गई। देर शाम एक गली में लगभग 15 दुकानों को भीड़ ने आग लगा दी। दूसरे पक्ष के लोगों ने घरों और परिवार के सदस्यों पर हमला बोल दिया।
ख़बरों के अनुसार जब दुकानों को आग लगाई जा रही थी, तो वहाँ कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे जो UP-100 की गाड़ी से आए थे, वो हालात पर क़ाबू पाने में असहाय थे। बाद में शाम को, अतिरिक्त बल के पहुँचने पर स्थिति पर क़ाबू पाया जा सका। कथित तौर पर एक मरम्मत की दुकान में सिलेंडर विस्फोट के कारण आग से कई दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई थीं।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आगरा रेंज आईजी ए सतीश गणेश और कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुँचे। तनावपूर्ण स्थिति को ध्यान में रखते हुए, क्षेत्र में कई स्थानीय पुलिस स्टेशनों से अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है। अमर उजाला की ख़बर के अनुसार, लड़की को देर रात उस वक़्त बरामद किया गया जब मुख्य आरोपी आबिद उसे लेकर दिल्ली भागने की फ़िराक में था।