केरल हाईकोर्ट ने शुक्रवार (16 सितंबर 2022) को बीड़ी व्यवसायी मोहम्मद नीशाम की सजा में ढील देने की माँग वाली याचिका को खारिज कर दिया है। मोहम्मद नीशाम सिक्यॉरिटी गार्ड की हत्या के आरोप में सजा काट रहा है। कोर्ट के इस फैसले पर मृत सिक्योरिटी गार्ड के चन्द्रबोस की पत्नी जमंती ने खुशी जताई है।
दरअसल, साल 2015 में केरल के त्रिशूर स्थित एक अपार्टमेंट में ‘किंग बीड़ी’ के मैनेजिंग डायरेक्टर मोहम्मद नीशाम ने गेट खोलने में हुई देरी के चलते सिक्यॉरिटी गार्ड के साथ मारपीट की थी। इसके बाद, उसे अपनी हमर एसयूवी कार से टक्कर मार दी थी, जिससे उसकी मौत ही गई थी।
सिक्यॉरिटी गार्ड के साथ मारपीट और हत्या के इस मामले में मोहम्मद नीशाम को कठोर आजीवन कारावास और 24 सालों की जेल की सजा सुनाई गई थी। नीशाम पर कोर्ट ने 80.30 लाख रूपए का जुर्माना भी लगाया था।
केरल हाईकोर्ट के इस फैसले पर मृत सिक्यॉरिटी गार्ड चंद्रबोस की पत्नी जमंती ने प्रसन्नता व्यक्त की है। हालाँकि, जमंती ने यह भी कहा कि उन्होंने अदालत से मोहम्मद नीशाम को मौत की सजा देने का अनुरोध किया था।
बता दें कि सजायाफ्ता कैदी मोहम्मद नीशाम फिलहाल तिरुअनंतपुरम की पूजापुरा जेल में है। जहाँ, बीते महीने उस पर एक अन्य कैदी के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस मामले में भी उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
इससे पहले निशाम को कन्नूर और वियूर के सेंट्रल जेल में रखा गया था। तब भी उस पर एनआईए द्वारा दर्ज मामलों में आरोपितों से संपर्क बनाने का आरोप लगा था, जिसके बाद ही उसे पूजापुरा जेल में शिफ्ट किया गया था। इसके अलावा, निशाम उन आरोपों के बाद भी चर्चा में था, जब यह बात सामने आयी थी कि उसे सेंट्रल जेल में विशेष इलाज मिल रहा है।
गौरतलब है, कुछ साल पहले, केरल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को निशाम की मानसिक स्थिति पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद, कन्नूर जिला अस्पताल के एक मेडिकल बोर्ड ने निशाम की जाँच की थी। इस जाँच रिपोर्ट के बाद सरकार ने कोर्ट को बताया था नीशाम किसी भी मानसिक बीमारी से पीड़ित नहीं है।
सिक्यॉरिटी गार्ड्स के साथ आए दिन हो रही है हिंसा
हाल ही में, सिक्यॉरिटी गार्ड्स के साथ हुई हिंसा की कई घटनाएँ सामने आई हैं। इस माह की शुरुआत में 2 सितंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सिक्योरिटी गार्ड्स की हत्या के आरोप में शिवप्रसाद नामक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया गया। इस सीरियल किलर को सिक्यॉरिटी गार्ड्स का सोना पसंद नहीं था, इसलिए उसने 6 सिक्यॉरिटी गार्ड्स को मौत के घाट उतार दिया था।
इसके अलावा, बीते महीने उत्तर प्रदेश नोएडा से सिक्यॉरिटी गार्ड्स के साथ बदसलूकी और हिंसा की दो खबरें सामने आई थीं। पहली घटना, नोएडा के फेज-3 के क्लियो काउंटी सोसायटी का है। जहाँ, महिला प्रोफेसर ने सिक्यॉरिटी गार्ड को लगातार तमाचे जड़ते हुए गंदी-गंदी गालियाँ दीं थीं। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।
नोएडा की दूसरी घटना सेक्टर-126 के जेपी सोसायटी की है। जहाँ, एक महिला वकील गालीबाज महिला वकील भव्या रॉय ने गेट खोलने में हुई देरी के चलते सिक्यॉरिटी गार्ड को गालियाँ देते हुए मारपीट की थी। इस मामले में, पुलिस ने गालीबाज महिला के खिलाफ IPC (भारतीय दंड संहिता) की धाराओं 153-A (भाषा/नस्ल को लेकर अपमानजनक टिप्पणी), 323 (किसी को स्वेच्छा से चोट पहुँचाना), 504 (उकसाना), 505(2) (विभिन्न समुदायों में वैमनस्य पैदा करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार किया गया था।