मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गुंडों और भू-माफियाओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। इसी के तहत पुलिस और प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर आज (10 दिसंबर, 2020) उज्जैन के महाकाल क्षेत्र में रुद्रसागर के समीप तकिया मस्जिद के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चलवा दिया। वहीं मस्जिद के ध्वस्त होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।
मस्जिद के ध्वस्तीकरण करने पहुँचे प्रशासन ने पहले ही क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया था ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी न हो पाए। इतना ही नहीं बैरिकेड लगाकर रुद्रसागर की ओर आने वाले सभी रास्ते भी रोक दिए गए थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कार्रवाई आज सुबह 11 बजे तक चली। इस दौरान 630 से भी अधिक पुलिसकर्मी 500 मीटर के दायरे के अंदर अलर्ट पर खड़े थे। पुलिस की सख्ती के कारण इस कार्रवाई के ख़िलाफ़ न किसी ने विरोध प्रदर्शन किया और न ही किसी भी प्रकार की तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई।
एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी और एएसपी अमरेंद्र सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर महाकाल क्षेत्र के 500 मीटर दायरे में आने वाले अतिक्रमण को हटाए जाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
बता दें दो दिन पहले संभाग स्तर पर अतिक्रमण अभियान को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसकी समीक्षा की थी। यहीं नहीं सीएम ने भूमाफियों के खिलाफ कार्रवाई और अतिक्रमण अभियान को लेकर अधिकारियों की सुस्ती पर नाराजगी भी जाहिर की थी।
सीएम के फटकार के बाद ही शांतिपूर्ण और गोपनीयता के साथ तकिया मस्जिद के अवैध हिस्से को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई। मस्जिद का मामला देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने आपात बैठकों के जरिए पूरे मामले की प्लानिंग की थी।
रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि गोपनीयता का स्तर इस कदर था कि सभी अधिकारियों को भी इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। मामले में शामिल पुलिसकर्मियों को सिर्फ बुधवार रात 12 बजे सिर्फ यह आदेश दिया गया कि सुबह चार बजे पुलिस लाइन में हाजिर रहे। वहीं आगे की जानकारी पुलिस लाइन में ही देने की बात बोली गई थी।