अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या मामले में गिरफ्तार हुए उनके पुराने दोस्त युसूफ और अन्य आरोपितों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। पहले पता चला था कि इसी युसूफ ने उमेश द्वारा फॉर्वर्ड मैसेज अपने कट्टरपंथियों के ग्रुप में भेजा और फिर इरफान शेख ने उनकी हत्या का षड्यंत्र रचा। हालाँकि अब खबर है कि उमेश की तरह ही कम से कम तीन अन्य लोगों ने भी नुपूर शर्मा के समर्थन वाले पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था जिन्हें बाद में धमकी मिली और उनमें से दो को वीडियो जारी करके माफी माँगनी पड़ी।
UMESH KOHLE was not alone total 8 people were threatened . Dr Gopal Rathi issued an apology video and was spared .
— Anshul (@anshul_aliganj) July 3, 2022
This is full fledged open J¡h@ad against H¡ndus pic.twitter.com/E5vj5nE79I
इनमें एक डॉक्टर गोपाल राठी भी है। राठी ने वीडियो में कहा था, “मैंने नूपुर शर्मा के सम्बन्ध में स्टेटस लगाया था। इसके पीछे किसी धर्म या जाति या किसी भी व्यक्ति का दिल दुखाने का मेरा कोई मकसद नहीं था। लेकिन, फिर भी किसी का दिल दुखा हो तो मैं अपने दिल से उनसे माफ़ी माँगता हूँ। साथ ही वादा करता हूँ कि आगे ऐसी कोई गलती नहीं होगी।”
सामने आई तस्वीरों में देख सकते हैं कि गोपाल राठी को डॉ जीशान का संदेश आया था। डॉक्टर जीशान ने उन्हें धमकी दी थी कि वो जो डॉ गोपाल राठी को मरीज रेफर करते हैं, वो अब करना बंद कर देंगे। सोशल मीडिया पर ये चैट की तस्वीर शेयर हो रही है।
Dr Zeshaan got angry in wht sup grp and he blasted n Threaten Hindu Dr Gopal Rathi tht I ll not send any patient to you pic.twitter.com/7Q17ZawuO8
— TJS (@Kesrinama) July 3, 2022
अब पुलिस ने इस संबंध में धमकी पाने वाले लोगों से शिकायत देकर मामले की जाँच को शुरू किया है। कोल्हे के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम था कि कोल्हे को एक ऐसे संदेश के लिए धमकियाँ मिल रही हैं जिसे युसूफ द्वारा कट्टरपंथियों के ग्रुप में डाला गया।
कोल्हे की हत्या की साजिश
उमेश कोल्हे की हत्या मामले में अब तक 7 गिरफ्तारियाँ हुई हैं। इनमें एक कोल्हे का पुराना दोस्त डॉ युसूफ है और दूसरा मुख्य साजिशकर्ता इरफान है। इरफान से पूछचाछ में ये बात सामने आई है कि वो एक रहबरिया नाम से एक एनजीओ चलाता था जिसे पाकिस्तान और अरब देशों से फंडिंग मिलती थी। हत्या के आरोपित इसी एनजीओ से जुड़कर काम कर रहे थे।
प्रमुख साजिशकर्ता इरफान पर ये भी आरोप है कि उसने पहले मौलाना मुदस्सिर अहमद से उमेश की रेकी करवाई। फिर वेल्डिंग करने वाले शेख इरफान ने मजदूरों को प्लॉन में शामिल करके, उन्हें पैसे देकर हत्या को अंजाम तक पहुँचाया। इस शेख इरफान पर कथिततौर पर दूसरे धर्म की लड़की को अपने साथ भगाने का आरोप है। उसके घर के आसपास वाले लोग बताते हैं कि वो काफी मजहबी किस्म का था और कोल्हे की पोस्ट मिलने के बाद उसने इस पूरे षड्यंत्र को रचा। पुलिस ने केस से जुड़े साक्ष्य जुटाने के बाद 7 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा है। वहीं बाकी आरोपित की हिरासत 4 जुलाई तक की है।
कोल्हे की हत्या पर भ्रमित करने का प्रयास
बता दें कि उमेश कोल्हे की हत्या के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले को डकैती का केस बताकर रफा-दफा करना चाहा था। हालाँकि बाद में पता चला कि हत्या करने वालों ने उमेश को मारने के बाद उनके पास से कुछ नहीं चुराया। 12 दिन बाद इस मामले में कार्रवाई शुरू हुई और सीसीटीवी फुटेज से रेकी से लेकर हत्या के लिए निकले आरोपितों की मूवमेंट सामने आई। ये भी पता चला चला कि खंजर शारुख और आतिब ने घोंपा था।
बाद में कहा गया कि उमेश का सिर्फ गला रेता गया था, फिर सब वहाँ से फरार हो गए। पोस्टमार्टम हुआ तो हत्या की बर्बरता का पता चला। इसमें सामने आया कि उनके गले पर जो वार हुआ वो 5 इंच चौड़ा, 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा था। उनकी सांस लेने वाली, भोजन निगलने वाली नली और आँखों की नसों पर भी धारधार हथियार से वार हुए थे।