Wednesday, May 21, 2025
Homeदेश-समाजउमेश की तरह 3 और लोगों को दी गई थी हत्या की धमकी, 2...

उमेश की तरह 3 और लोगों को दी गई थी हत्या की धमकी, 2 ने Video जारी कर माँगी माफी: CCTV से खुलासा- मौलाना कर रहा था केमिस्ट की रेकी

महाराष्ट्र में उमेश की तरह ही कम से कम तीन अन्य लोगों ने भी नुपूर शर्मा के समर्थन वाले पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था जिन्हें बाद में धमकी मिली और उनमें से दो को वीडियो जारी करके माफी माँगनी पड़ी।

अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या मामले में गिरफ्तार हुए उनके पुराने दोस्त युसूफ और अन्य आरोपितों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं। पहले पता चला था कि इसी युसूफ ने उमेश द्वारा फॉर्वर्ड मैसेज अपने कट्टरपंथियों के ग्रुप में भेजा और फिर इरफान शेख ने उनकी हत्या का षड्यंत्र रचा। हालाँकि अब खबर है कि उमेश की तरह ही कम से कम तीन अन्य लोगों ने भी नुपूर शर्मा के समर्थन वाले पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था जिन्हें बाद में धमकी मिली और उनमें से दो को वीडियो जारी करके माफी माँगनी पड़ी।

इनमें एक डॉक्टर गोपाल राठी भी है। राठी ने वीडियो में कहा था, “मैंने नूपुर शर्मा के सम्बन्ध में स्टेटस लगाया था। इसके पीछे किसी धर्म या जाति या किसी भी व्यक्ति का दिल दुखाने का मेरा कोई मकसद नहीं था। लेकिन, फिर भी किसी का दिल दुखा हो तो मैं अपने दिल से उनसे माफ़ी माँगता हूँ। साथ ही वादा करता हूँ कि आगे ऐसी कोई गलती नहीं होगी।”

सामने आई तस्वीरों में देख सकते हैं कि गोपाल राठी को डॉ जीशान का संदेश आया था। डॉक्टर जीशान ने उन्हें धमकी दी थी कि वो जो डॉ गोपाल राठी को मरीज रेफर करते हैं, वो अब करना बंद कर देंगे। सोशल मीडिया पर ये चैट की तस्वीर शेयर हो रही है।

अब पुलिस ने इस संबंध में धमकी पाने वाले लोगों से शिकायत देकर मामले की जाँच को शुरू किया है। कोल्हे के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम था कि कोल्हे को एक ऐसे संदेश के लिए धमकियाँ मिल रही हैं जिसे युसूफ द्वारा कट्टरपंथियों के ग्रुप में डाला गया।

कोल्हे की हत्या की साजिश

उमेश कोल्हे की हत्या मामले में अब तक 7 गिरफ्तारियाँ हुई हैं। इनमें एक कोल्हे का पुराना दोस्त डॉ युसूफ है और दूसरा मुख्य साजिशकर्ता इरफान है। इरफान से पूछचाछ में ये बात सामने आई है कि वो एक रहबरिया नाम से एक एनजीओ चलाता था जिसे पाकिस्तान और अरब देशों से फंडिंग मिलती थी। हत्या के आरोपित इसी एनजीओ से जुड़कर काम कर रहे थे।

प्रमुख साजिशकर्ता इरफान पर ये भी आरोप है कि उसने पहले मौलाना मुदस्सिर अहमद से उमेश की रेकी करवाई। फिर वेल्डिंग करने वाले शेख इरफान ने मजदूरों को प्लॉन में शामिल करके, उन्हें पैसे देकर हत्या को अंजाम तक पहुँचाया। इस शेख इरफान पर कथिततौर पर दूसरे धर्म की लड़की को अपने साथ भगाने का आरोप है। उसके घर के आसपास वाले लोग बताते हैं कि वो काफी मजहबी किस्म का था और कोल्हे की पोस्ट मिलने के बाद उसने इस पूरे षड्यंत्र को रचा। पुलिस ने केस से जुड़े साक्ष्य जुटाने के बाद 7 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा है। वहीं बाकी आरोपित की हिरासत 4 जुलाई तक की है।

कोल्हे की हत्या पर भ्रमित करने का प्रयास

बता दें कि उमेश कोल्हे की हत्या के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले को डकैती का केस बताकर रफा-दफा करना चाहा था। हालाँकि बाद में पता चला कि हत्या करने वालों ने उमेश को मारने के बाद उनके पास से कुछ नहीं चुराया। 12 दिन बाद इस मामले में कार्रवाई शुरू हुई और सीसीटीवी फुटेज से रेकी से लेकर हत्या के लिए निकले आरोपितों की मूवमेंट सामने आई। ये भी पता चला चला कि खंजर शारुख और आतिब ने घोंपा था।

बाद में कहा गया कि उमेश का सिर्फ गला रेता गया था, फिर सब वहाँ से फरार हो गए। पोस्टमार्टम हुआ तो हत्या की बर्बरता का पता चला। इसमें सामने आया कि उनके गले पर जो वार हुआ वो 5 इंच चौड़ा, 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा था। उनकी सांस लेने वाली, भोजन निगलने वाली नली और आँखों की नसों पर भी धारधार हथियार से वार हुए थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सारे कपड़े जला दिए ताकि बदन न ढक सके औरतें, घरों के पानी के कनेक्शन काटे ताकि आग न बुझा सके: मुर्शिदाबाद में कुल्हाड़ी...

मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के घर में रखे सभी कपड़ों को जला दिया गया, ताकि घर की महिलाओं के पास अपने शरीर को ढकने के लिए कुछ भी न बचे।

‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा है धर्मांतरण, पीड़ित की शिकायत के बिना भी एक्शन ले सकती है सरकार’: इलाहाबाद हाई कोर्ट, लालच देकर दुर्गा...

कोर्ट ने माना कि FIR और गवाहों के बयान ऐसे अपराध को दर्शाते हैं, जिनकी जाँच जरूरी है। इसलिए कोर्ट ने जाँच में दखल देने से इनकार कर दिया।
- विज्ञापन -