ठाणे पुलिस ने नागपुर निवासी समीत ठक्कर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। समीत पर आरोप है – महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक व आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट। इस मामले में शुक्रवार (12 नवंबर 2021) को सीनियर इंस्पेक्टर अतुल सबनीस के साथ सीताबुलडी पुलिस की एक टीम बयान दर्ज करने के लिए वाथोडा में ठक्कर परिवार के आवास पर पहुँची थी।
समीत के भाई ऋषि ने बताया कि पुलिस चाहती थी कि उनका छोटा भाई घर से बाहर निकाला जाए, लेकिन पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने अगले दिन समीत को साथ लाने का भरोसा दिया, जिसके बाद पुलिस मान गई। उन्होंने कहा, “शनिवार को करीब 180-200 पुलिसकर्मी हमारे घर पहुँचे, जो संदिग्ध लग रहे थे।”
ऋषि ने आगे कहा कि एक वरिष्ठ पत्रकार ने एक राजनेता को एक्सपोज करने के लिए उनके भाई को धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “मेरा भाई एक कार्यकर्ता है और बिना किसी पार्टी से जुड़े स्वतंत्र पत्रकारिता करता है।” उन्होंने कहा कि समीत को सत्ता में बैठे कुछ लोगों और क्रिकेटरों की सच्चाई सामने लाने के बाद से दबाव बनाया जा रहा था।
इस मामले पर नागपुर पुलिस प्रमुख अमितेश कुमार ने बताया कि शहर की पुलिस ने केवल कलवा पुलिस की मदद की, जो ठक्कर के घर पर मामला दर्ज करने के लिए नोटिस देने गई थी। कुमार ने कहा, “नागपुर पुलिस केवल कलवा टीम के साथ थी। कानून के तहत इस मामले की कार्रवाई की जा रही है।”
टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा कि बावनकुले और भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ ठक्कर के घर तब पहुँची, जब ठाणे पुलिस शहर की पुलिस के साथ नोटिस देने के लिए उस स्थान पर पहले से मौजूद थी। सूत्रों ने बताया कि ठाणे पुलिस ठक्कर को गिरफ्तार करने पर विचार कर रही है, जिन पर पहले से ही सोशल मीडिया पर राजनेताओं को निशाना बनाने के लिए कई अपराध दर्ज हैं।