उत्तर प्रदेश के मेरठ में संतान की चाहत में एक शौहर की शर्मनाक करतूत सामने आई है। शौहर ने अपनी ही बीवी को अपने दोस्त इस्माइल के हवाले कर दिया। मीडिया ने उसे ‘तांत्रिक’ बताया। तंत्र-मंत्र का झाँसा देकर इस्माइल ने महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला। जिसके बाद शौहर फैयाज अली और इस्माइल द्वारा छली गई महिला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
मामला मेरठ के थाना दिल्ली गेट क्षेत्र के पूर्व फैयाज अली का है। यहाँ 2 साल पहले ताहिर का निकाह हुआ। 2 साल में संतान न होने के कारण ताहिर और उसकी बीवी के बीच अक्सर झगड़ा रहने लगा। जिसके बाद ताहिर ने अपने दोस्त इस्माइल को इस बारे में बताया। इस्माइल पेशे से आलिम है, इसीलिए ताहिर उसकी मदद लेकर संतान की उत्पत्ति का सपना देखने लगा। संतान के सुख के सपने दिखाकर ताहिर बीबी को आलिम के पास जाने के लिए राजी कर लिया, जिसके बाद आलिम इस्माइल उसके घर में आना-जाना शुरू कर दिया।
पीड़ित महिला का आरोप है कि इस्माइल ने झाँसा देकर उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे डाला। दुष्कर्म के वक्त महिला ने अपने शौहर से उसे बचाने की गुहार भी लगाई लेकिन बेशर्म ताहिर सब कुछ देखता रहा। इस्माइल की इस शर्मनाक करतूत में ताहिर की सहमति भी शामिल थी। जिसके चलते महिला ने दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।
पुलिस ने इस मामले की जाँच की तो हकीकत खुलकर सामने आ गई। सीओ, कोतवाली अरविंद चौरसिया ने बताया कि दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। महिला के शौहर ताहिर को भी धारा 120b का मुजरिम बनाया गया है।
गौरतलब है कि मीडिया अक्सर मौलवियों को और फकीरों को ‘बाबा’ या ‘तांत्रिक’ लिख कर चलाता है, जिससे ऐसा लगता है जैसे आरोपित कोई हिन्दू साधु-संत ही हो। साथ ही फकीरों के झाड़-फूँक को भी ‘तंत्र-मंत्र’ लिख कर चलाता है। तांत्रिक शब्द से ऐसा प्रतीत होता है जैसे रेप का प्रयास करने वाला हिंदू हो, इसीलिए मीडिया भी फकीरों और मौलवियों के पकड़े जाने पर भी ‘धर्मगुरु’ और ‘तांत्रिक’ शब्द का धड़ल्ले से इस्तेमाल तो करता ही है, उसकी असली पहचान छिपाने के लिए खबर की हेडिंग से भी खेलता है। इस बार भी ‘आज तक’ और ‘अमर उजाला’ जैसे संस्थानों ने ऐसा ही खेल किया है।
इससे पहले भी NDTV से लेकर कई मीडिया संस्थान भ्रामक हेडिंग्स के जरिए हिन्दुओं को बदनाम करते रहे हैं। मीडिया इससे पहले भी इस तरह का खेल कर चुका है। इसी तरह निकाह-हलाला के नाम पर एक युवती का बलात्कार करने वाले आरोपित अनवर खान का नाम NDTV ने उसे ‘बाबा’ कह कर छिपाया था, जैसे वो कोई हिन्दू साधु हो। इसी तरह एक अन्य बलात्कारी के मामले में नई दुनिया समेत कई मीडिया पोर्ट्ल्स ने इस खबर को प्रकाशित किया था और हेडलाइन में मुस्लिम आलिम की जगह ‘तांत्रिक’ शब्द का प्रयोग किया था।
इसी तरह उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हर्ष विहार में एक मस्जिद में बलात्कार की घटना सामने आई थी। मस्जिद में पानी लेने गई 12 साल की लड़की का मौलवी इलियास ने रेप किया था। ‘दैनिक भास्कर’ ने लिखा था – ‘धार्मिक स्थल पर हुई वारदात। जब किसी छोटे से छोटे मामले में भी मंदिर की पहचान नहीं छिपाई जाती, तो फिर मस्जिद की पहचान छिपाने का क्या उद्देश्य था? कई अन्य मीडिया संस्थान ने भी ऐसा किया था।