Friday, May 16, 2025
Homeदेश-समाजहिंदूफोबिक मुनव्वर फारूकी के साथ गिरफ्तार हुए नलिन यादव की 'कॉमेडी' से तौबा, दिहाड़ी...

हिंदूफोबिक मुनव्वर फारूकी के साथ गिरफ्तार हुए नलिन यादव की ‘कॉमेडी’ से तौबा, दिहाड़ी मजदूर बना

"जेल से बाहर आने के बाद मैंने कुछ कैफे मालिकों से संपर्क किया, जहाँ मैं एक कॉमेडियन के रूप में काम करता था और पैसे कमाता था। लेकिन कोई भी मुझसे बात करने के लिए तैयार नहीं था।"

स्टैंडअप कॉमेडी के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में मुनव्वर फारूकी के साथ गिरफ्तार हुए नलिन यादव ने अब इस धंधे से तौबा कर ली ही। उसने दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम करना शुरू किया है। 1 जनवरी 2021 को इंदौर में फारूकी के साथ उसकी गिरफ्तार हुई थी। 26 फरवरी को अंतरिम जमानत मिलने के बाद वह रिहा हुआ था।

हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में नलिन बताया कि गिरफ्तारी के बाद उसका जीवन बदल गया है। अब वह स्टैंडअप कॉमेडियन से दिहाड़ी मजदूर बन गया है। दिन का उसे 200 रुपए मिलता है। वह धार जिले के पीतमपुर के इंडस्ट्रियल एरिया में काम करता है।

इंटरव्यू में नलिन ने बताया, “बचपन में, दोस्त और पड़ोसी कहते थे कि मेरे अंदर बहुत अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर है और मेरे पास लोगों को हँसाने का हुनर ​​है। मैंने इन शब्दों को बहुत गंभीरता से लिया और एक कॉमेडियन बनने का फैसला किया। जब मैं अपने चुटकुलों पर एक या दो लोगों की भी प्रशंसा प्राप्त करता, तो मुझे बुरा नहीं लगता, लेकिन अब कड़ी मेहनत करने के बाद, आज मुझे कुछ नहीं मिला है, मुझे एक छोटी नौकरी करनी पड़ रही है।”

यादव के अनुसार, उसने जेल से छूटने के बाद स्टैंडअप कॉमेडी में दोबारा काम करने का मन बनाया हुआ था, लेकिन उसकी उम्मीदे तब तार-तार हुईं जब पड़ोसियों ने उससे और उसके भाई से हर रिश्ता तोड़ दिया। किसी ने हाल तक जानने के लिए फोन नहीं किया। पड़ोसी उसे अब किसी घटिया या खूँखार अपराधी की तरह देखते हैं। इतना ही नहीं जिन लोगों ने बेल दिलवाने में उसकी मदद की, वह भी अब उसे समर्थन नहीं देना चाहते।

जिन कैफे मेें वह स्टैंडअप कॉमेडी किया करता था, वहाँ भी उसे नजरअंदाज किया जाता है। यादव के मुताबिक, “जेल से बाहर आने के बाद मैंने कुछ कैफे मालिकों से संपर्क किया, जहाँ मैं एक कॉमेडियन के रूप में काम करता था और पैसे कमाता था। लेकिन कोई भी मुझसे बात करने के लिए तैयार नहीं था। उन्होंने मुझसे अनुरोध किया कि मैं उन्हें कॉल न करूँ क्योंकि वे नहीं चाहते कि किसी को पता चले कि वे मेरे साथ किसी भी तरह से जुड़े हैं। अब, मैं हताश हूँ। सप्ताह में तीन दिन मैं लोगों को यह समझाने में खर्च करता हूँ कि मैंने कोई गलत काम नहीं किया और बाकी के चार दिनों तक मैं एक उद्योग में मजदूर के रूप में काम करता हूँ। मेरा छोटा भाई भी जीवन को फिर से शुरू करने के लिए नौकरी कर रहा है।” 

बता दें कि इंदौर में स्थानीय भाजपा विधायक मालिनि लक्ष्मण सिंह के बेटे एकलव्य सिंह की शिकायत के बाद फारूकी समेत 3 लोगों के ख़िलाफ मामला दर्ज हुआ था। इसमें यादव समेत सभी लोगों के ख़िलाफ़ शिकायत की गई थी कि उन्होंने देवी-देवताओं का मजाकर उड़ाकर हिंदुओं की भावना को आहत किया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

5 दिन में ही डोनाल्ड ट्रंप ने लिया U टर्न, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के दावे से पीछे हटे: अमेरिका का ‘जीरो टैरिफ’...

एस जयशंकर ने कहा, "व्यापार वार्ता चल रही है, लेकिन अभी कुछ तय नहीं हुआ। कोई भी सौदा दोनों देशों के लिए फायदेमंद होना चाहिए।"

भाड़ में जाओ ट्रंप… बीत गए वे दिन जब दुनिया को नचाता था अमेरिका, ‘नया भारत’ किसी के दबाव में नहीं करता समझौते: अपने...

भारत अपने फैसले खुद लेता है। बात चाहे पाकिस्तान से लड़ाई की हो या संघर्ष विराम की। मिस्टर ट्रंप - दिल्ली आपके इशारे पर नहीं चलता।
- विज्ञापन -