Wednesday, October 16, 2024
Homeदेश-समाजमुस्लिम शादी में हिन्दू कार्ड, वैदिक मंत्र और हिन्दू प्रतीक चिन्ह, जानें क्या है...

मुस्लिम शादी में हिन्दू कार्ड, वैदिक मंत्र और हिन्दू प्रतीक चिन्ह, जानें क्या है सच्चाई

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा शादी का यह कार्ड बहराइच के कैसरगंज के सफीपुर के रहने वाले समीर अहमद का है। उनके अब्बा उजहुल कमर ने बताया है कि उन्होंने दो कार्ड छपवाए हैं। एक कार्ड हिंदी में जबकि दूसरा उर्दू में है।

सोशल मीडिया पर मुस्लिम शादी का एक कार्ड वायरल हो रहा है। इसमें दूल्हा-दूल्हन के नाम मुस्लिम जबकि कार्ड की शैली हिन्दू है। इसमें वैदिक मंत्र भी लिखे हुए हैं और हिन्दू प्रतीक चिन्ह बने हुए हैं। कार्ड में सभी रिश्तेदारों के नाम भी मुस्लिम हैं। इस कार्ड के विषय में अब पूरी जानकारी सामने आई है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा शादी का यह कार्ड बहराइच के कैसरगंज के सफीपुर के रहने वाले समीर अहमद का है। समीर अहमद कैसरगंज के सफीपुर के रहने वाले हैं जबकि उनका विवाह जरवल रोड की रहने वाली सानिया खातून से होना है। यह शादी 29 फरवरी, 2024 को होनी है। इस कार्ड में इसे निकाह नहीं बल्कि परिणय बंधन बताया गया है।

हिन्दुतान लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, उजहुल कमर ने अपने बेटे के निकाह के लिए दो कार्ड छपवाए हैं। इनमें से जो हिन्दू कार्ड वायरल हो रहा है, वह उजहुल ने अपने हिन्दू परिचितों को भेजने के लिए छपवाया है। उन्होंने हिन्दुस्तान से बात करते हुए बताया है कि यह कार्ड केवल उनके हिन्दू परिचितों और पड़ोसियों को बाँटा जाएगा।

उन्होंने अपने मुस्लिम रिश्तेदारों और पहचान वालों के लिए एक और कार्ड छपवाया है जो कि उर्दू में है। यह कार्ड हिन्दू नहीं पढ़ सकेंगे। हिन्दुओं को दिए गए निमंत्रण में प्रीतिभोज की तारीख 28 फरवरी, 2024 को रखा गया है। उजहुल ने बताया है कि हिन्दुओं के लिए प्रीतिभोज भी उन्होंने अलग रखा है।

उजहुल कमर ने बताया है कि उनके यह अलग कार्ड छपवाने के कारण अब तक उन्हें कई फ़ोन आ चुके हैं। सभी उनसे इस विषय में पूछ रहे हैं। गौरतलब है कि हिन्दुओं के विवाह निमंत्रणों में वैदिक मंत्र, गणेश भगवान तथा हिन्दू प्रतीक चिन्ह शामिल होते हैं। मुस्लिमों के निकाह में कार्ड अधिकतर उर्दू में छापे जाते हैं। इनमें ऐसे कोई प्रतीक या छवियाँ नहीं होती।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बच्चे के सामने सेक्स करना POCSO का अपराध, नंगा होना माना जाएगा यौन उत्पीड़न के बराबर: केरल हाई कोर्ट का फैसला, जानिए क्या है...

केरल हाई कोर्ट ने कहा है कि किसी नाबालिग के सामने नग्न होकर सेक्स करना POCSO के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।

कार में बैठ गरबा सुन रहे थे RSS कार्यकर्ता, इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ ने घेर कर किया हमला: पीड़ित ने ऑपइंडिया को सुनाई आपबीती

गुजरात के द्वारका जिले में आरएसएस स्वयंसेवक पर हमला हुआ, जिसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह अपनी कार में गरबा सुन रहा था।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -