मध्य प्रदेश के राजगढ़ में दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने और मस्जिद के सामने डीजे बजाने को लेकर उपद्रवियों द्वारा किए गए हमले के मामले में प्रशासन ने ऐसी कार्रवाई की है कि दोबारा ऐसी हरकत करने से पहले ऐसे लोग कई बार सोचेंगें। प्रशासन ने दलित दूल्हे पर पथराव करने वालों के घरों पर बुलडोजर चला दिया है। उनके घरों को ढहा दिया गया है।
मध्यप्रदेश : राजगढ़ में विशेष समुदाय के लोगों ने दलितों की बारात पर की थी पत्थरबाजी
— News24 (@news24tvchannel) May 19, 2022
◆आज आरोपियों के मकानों पर चला बुलडोजर pic.twitter.com/cuo54XzMhv
इस मामले में पुलिस ने 8 लोगों को चिन्हित कर केस दर्ज किया था। गुरुवार (19 मई 2022) की सुबह से ही प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए आरोपितों के घरों को जमीदोज कर दिया। अब इस मामले में कॉन्ग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति भी शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत कॉन्ग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने की है। उन्होंने आरोपितों को निर्दोष बताते हुए कहा कि निर्दोषों के घरों तोड़ना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि आरोपित गिरफ्तार तो हो गए हैं, ऐसे में निर्दोषों के घरों पर ये कार्रवाई सही नहीं है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि राजगढ़ जिले के जीरापुर में मंगलवार (17 मई 2022) को एक दलित के घर बारात आई थी। इस बारात में डीजे बज रहा था और दूल्हा घोड़ी पर बैठकर आ रहा है। बारात जैसे ही माता जी मोहल्ले में मस्जिद के सामने से निकली, कुछ मुस्लिम युवकों ने बारातियों पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान बैंड और ढोल बजाने पर दूल्हे के साथ-साथ बारातियों से भी जमकर मारपीट की गई।
पीड़ित के पक्ष के अंकित मालवीय ने बताया कि उसकी चचेरी बहन अंजू की बारात सुसनेर के सुरेश चौहान के यहाँ से आई थी। वे सब बारात का स्वागत करने के लिए गेट पर खड़े थे। बारात जैसे ही मस्जिद के पास पहुँची, मुस्लिमों ने बैंड और ढोल बंद करवा दिए और कहा कि इस गाँव में मस्जिद के सामने बैंड बाजे बजाने की मनाही है।
इसके बाद बारात आगे बढ़ी और शीतला माता मंदिर के पास पहुँची और फिर बैंड और ढोल बजने लगे और बारात में शामिल महिला-पुरुष नाचने लगे। तभी मुस्लिम समुदाय के 20-25 लोगों ने हंगामा करते हुए ढोल वाले की जमकर पिटाई कर दी। उन लोगों ने बरातियों पर पथराव भी किया। मामले में पुलिस ने फरहान, जुनैद, सोहैल, साबिर, अनस कसाई सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।