उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। हाल ही में रामराज थाना क्षेत्र के हाशिमपुर गाँव में एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला। शुरुआती जाँच में इसे आत्महत्या बताया गया लेकिन अब ये हत्या के मामले के रूप में सामने आया है। मृतक के परिजनों ने पहले ही हत्या का आरोप लगाते हुए तीन लोगों के ख़िलाफ़ थाने में तहरीर दी थी।
मृतक अरुण के बारे में बताया गया है कि वो गाँव के ही रहने वाले योगेश के पुत्र राहुल के यहाँ नौकरी करता था। वहीं उसे नौकरी देने वाला राहुल पिछले एक दशक से उत्तराखंड के देहरादून में रहता है और गाँव में उसके खेतों की देखरेख का काम अरुण के ही जिम्मे था। राहुल के घर की जिम्मेवारी भी अरुण के ही पास थी। बता दें कि घटना के दिन बुधवार (जून 24, 2020) को भी अरुण रात का भोजन करने के बाद राहुल के घर में ही सोने गए थे।
अब ख़बर सामने आई है कि अरुण की हत्या प्रेम प्रसंग में की गई थी। कहा गया है कि मुस्लिम समाज की युवती से प्रेम करने के कारण उसकी हत्या कर के उसके शव को लटका दिया गया। ‘अमर उजाला’ की ख़बर के अनुसार, पुलिस ने शनिवार (जून 27, 2020) को इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए 4 लोगों को गिरफ़्तार किया है।
अरुण का शव राहुल कम्बोज के घर में ही पेड़ में लटका मिला था। हालाँकि, शव की अवस्था देख कर पहले भी हत्या की आशंका जताई गई थी। भोपा के सीओ राजेश कुमार द्विवेदी ने ‘अमर उजाला’ को बताया:
“पुलिस की जाँच में सामने आया है कि अरुण का गाँव की ही दूसरे वर्ग की युवती के साथ प्रेम संबंध थे। उक्त युवती के पड़ोसी फिरोज उर्फ छोटे पुत्र नसीम को यह पसंद नहीं था। इसी कारण वह कई बार अरुण को युवती से दूर रहने की धमकी भी दे चुका था। हत्या के चार दिन पहले भी आरोपित ने अरुण को युवती से दूर रहने की धमकी देते हुए जान से मार डालने की बात कही थी। इस प्रेम सम्बन्ध के कारण ही फिरोज ने अपने दोस्तों साहन अली पुत्र अली हसन, मोहसिन उर्फ काला उर्फ चिलम पुत्र इस्लाम और शाहरुख़ उर्फ भूरा पुत्र डॉ कय्यूम ने मिल कर अरुण की हत्या की साजिश रची।”
सभी हत्या आरोपित हाशिमपुर गाँव के ही निवासी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने बताया है कि उक्त चारों आरोपित पहले ही जाकर राहुल कम्बोज के घर में छिप गए थे, जहाँ अरुण सोने जाने वाला था। जैसे ही अरुण देर रात खाना खा कर वहाँ सोने के लिए पहुँचा, चारों ने चारपाई पर ही उसे धर कर दबोच लिया और गमछे से गला दबा कर हत्या कर दी। शव को पेड़ से लटकाने का मकसद ही यही था कि हत्या को आत्महत्या दिखाया जा सके।
हालाँकि, पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है। चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर के जेल भेजा जा चुका है। साथ ही उनके कब्जे से इस हत्याकांड में प्रयोग किए गए गमछे को भी जब्त कर लिया गया है। एसआई सत्येंद्र नागर ने चारों को जेल भेजे जाने की पुष्टि की है। बता दें कि इससे पहले पेड़ से शव मिलने के बाद भी परिजनों ने तीन लोगों से अरुण के 23 जून को झगड़ा होने की बात बताई थी।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी आरोपितों की गरफ्तारी और गमछे की जब्ती की पुष्टि अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से की है। पुलिस ने अपनी ट्वीट में लिखा कि थाना रामराज क्षेत्र में हुई हत्या की घटना का सफल अनावरण हुआ है और 4 अभियुक्तगण कपड़े के गमछे सहित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बकौल पुलिस, गिरफ्तार अभियुक्त की बहन के साथ मृतक के प्रेम प्रसंग थे, इसीलिए बहन से दूर रहने की बात न मानने पर अभियुक्त ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
~सराहनीय कार्य~
— MUZAFFARNAGAR POLICE (@muzafarnagarpol) June 27, 2020
थाना रामराज:-हत्या की घटना का सफल अनावरण,4 अभियुक्तगण आलाकत्ल कपडे के गमछे सहित गिरफ्तार।
हत्या का उद्देश्य:-गिरफ्तार अभियुक्त की बहन के साथ मृतक के थे प्रेम प्रसंग, बहन से दूर रहने की बात न मानने पर अभियुक्त ने अपने 03 साथियों के साथ मिलकर की हत्या। @CMOfficeUP pic.twitter.com/OW1SLc6Y7J
परिजनों ने आरोपितों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। उनके विरोध के कारण उन्हें काफी समझा-बुझा कर पुलिस ने पेड़ से शव को उतारने में सफलता पाई थी। बता दें कि हाल ही में वारंट लेकर पहुँचे एसआई सत्येंद्र नागर और एक सिपाही के साथ मारपीट की गई थी। उनकी वर्दी पर लगे नेमप्लेट को उखाड़ दिया गया था और फाड़ दी गई थी। सत्येंद्र और सिपाही विनय कुमार के साथ हुई मारपीट की इस घटना में महिलाएँ भी शामिल थीं।
साथ ही बदमाशों ने वारंट की कॉपी भी छीन कर फाड़ दी थी। विरोध करने पर आरोपितों ने दरोगा व सिपाही पर फायरिंग भी कर दी थी, जिसमें दोनों बाल-बाल बच गए। स्थिति को हाथ से निकलते देख दोनों ने किसी तरह वहाँ से भाग कर जान अपनी बचाई थी। इसके बाद इंस्पेक्टर हमलवारों की तलाश में पहुँचे थे लेकिन सारे फरार हो चुके थे। समुदाय विशेष के लोगों और अन्य पक्ष में हुई मारपीट के बाद आरोपितों ने ऐसा किया था।
इस मामले में इस्लाम, अहसान व इरफान पुत्रगण रमजान, फुरकान, नवाजिश व तनवीर पुत्रगण इरफान, ताहिरा पत्नी अहसान, शाइस्ता पत्नी नईम, शौकीन पुत्र इस्लाम सभी निवासीगण मोहल्ला कमिलयान और सनव्वर पुत्र शब्बीर सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। समुदाय विशेष के युवक को शिकंजे में लेने के बावजूद पुलिस उसे नहीं पकड़ पाई थी।