उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के पहले कथिततौर पर नुपूर शर्मा के समर्थन में आने की वजह से एक और हत्या को अंजाम दिया गया था। घटना अमरावती की थी। वहाँ उमेश कोल्हे नाम के केमिस्ट को देर रात जान से मार दिया गया था। अब उसी केमिस्ट की हत्या की जाँच राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) को दी गई है।
गृह मंत्रालय कार्यालय ने ट्वीट करके इस केस डेवलपमेंट पर जानकारी दी। HMO ने लिखा, “गृह मंत्रालय ने 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में हुई उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या की जाँच NIA को सौंप दी है। हत्या के पीछे की साजिश, विदेश तार, संगठनों की मिलीभगत सब पर जाँच की जाएगी।”
MHA has handed over the investigation of the case relating to the barbaric killing of Shri Umesh Kolhe in Amravati Maharashtra on 21st June to NIA.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) July 2, 2022
The conspiracy behind the killing, involvement of organisations and international linkages would be thoroughly investigated.
अमरावती केस की जाँच इससे पहले एटीएस के पास थी। वह पड़ताल में जुटे थे कि कहीं घटना के पीछे कोई आंतकी एंगल तो नहीं है। इसके अलावा ये भी पता लगाया जा रहा था कि उदयपुर की घटना और इस घटना में क्या समानता है। हालाँकि ये पूरा केस अब NIA को ट्रांस्फर हो गया और एजेंसी ने अपनी टीम भी अमरावती भेज दी है।
इस मामले में अब तक 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इनके नाम मुदस्सिर अहमद शेख इब्राहिम (22), शाहरुख पठान (23), अब्दुल तौफीक तस्लीम (24), शोएब खान (29) और अतीफ रशीद (23) हैं। इनमें मुदस्सिर और शाहरुख को सीसीटीवी फुटेज में रेकी करते देखा गया था और इनकी गिरफ्तारी 23 जून को हुई थी। इसके बाद अब्दुल और शोएब 25 जून को पकड़े गए थे। गिरफ्तारी के बाद कोर्ट ने इन लोगों को 5 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजा था।
बता दें कि ये पूरी घटना 21 जून को रात 10:30 की है। कोल्हे अपने स्कूटर पर बैठ घर जा रहे थे। उनके साथ उनके बेटा-बहू भी थे। लेकिन वो दूसरी गाड़ी पर थे। जब ये लोग महिला कॉलेज गेट पहुँचे तो एक हमलावर ने आकर उनकी गर्दन पर धारधार हथियार से वार किया और गला रेतकर फरार हो गया। कोल्हे वहीं सड़क पर गिर पड़े और थोड़ी देर में पूरी सड़क खून से भर गई। उनका बेटा फौरन उन्हें अस्पताल लेकर पहुँचा पर तब तक वह दम तोड़ चुके थे।
पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल किया गया हथियार आरोपितों के पास से बरामद किया है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज से घटना से पहले की गई रेकी आदि के सबूत जुटाए हैं। इस मामले में भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कोल्हे ने सोशल मीडिया ग्रुप में नुपूर शर्मा का पोस्ट साझा किया जिसके कारण उनकी हत्या को अंजाम दिया गया। कथिततौर पर उमेश ने नुपूर से जुड़ा एक पोस्ट ऐसे ग्रुप में डाला था जिसमें मुस्लिम भी थे। इसके बाद उन्हें फोन पर धमकियाँ आने लगीं और 21 जून को उनकी हत्या को अंजाम दिया गया।