NEET की परीक्षा आयोजित करने वाली ‘राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी’ (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि एग्जाम से 1 दिन पहले 4 मई को जिस सामूहिक पेपर लीक के वीडियो को सबूत के रूप में पेश किया गया था, वो एडिटेड था और पेपर पहले आउट होने का भ्रम इससे फैला। NTA द्वारा दायर किए गए एफिडेविट में बताया गया है कि टेलीग्राम पर पेपर लीक की जो तस्वीर है वो 5 मई को 17:40 बजे का टाइम स्टाम्प दिख रहा है, 4 मई का नहीं।
उक्त टेलीग्राम चैनल में हुए डिस्कशन से भी पता चलता है कि उसके सदस्यों ने ही इस वीडियो को फेक बताया था। NTA का कहना है कि टाइम स्टाम्प के साथ छेड़छाड़ की गई, ताकि ऐसा लगे कि 1 दिन पहले पेपर लीक हुआ। NTA ने बताया है कि उसने पेपर लीक की जाँच के लिए जो कमिटी बनाई है, उसने गड़बड़ियों के 153 मामले पाए हैं। अब तक 81 अभ्यर्थियों के परिणाम स्थगित करने का निर्णय लिया गया है, वहीं 54 छात्रों को अगले 3 साल के लिए प्रतिबंधित किया गया है।
अब तक NEET UG पेपर लीक को लेकर 16 FIR दर्ज की गई है। पटना और सवाई माधोपुर में पेपर लीक होने के दावों का भी NTA ने जवाब दिया है। 67 छात्रों को पूर्ण अंक यानी 720 मार्क्स मिलने के संबंध में कहा कि 6 को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे तभी उन्हें इतने अंक मिले, ग्रेस मार्क्स रद्द कर रिटेस्ट लिया गया तो अब ये आँकड़ा 61 है। वहीं उत्तर कुंजी के पुनः परीक्षण के बाद केवल 17 छात्र ही हैं, जिन्हें 720 मार्क्स मिले हैं।
National Testing Agency (NTA) also filed an affidavit in the Supreme Court saying that the Telegram videos allegedly showing photos of leaked paper are fake and manipulated.
— ANI (@ANI) July 10, 2024
It says NTA has carried out an analysis of the distribution of marks of candidates in NEET-UG 2024 at the…
NTA ने बताया है कि 32 अलग-अलग स्कूल बोर्ड्स के प्रतिनिधियों वाली विशेषज्ञ समिति की सलाह पर पिछले साल के मुकाबले इस बार NEET UG के सिलेबस में 22-25% की कटौती की गई है। शीर्ष 100 अभ्यर्थियों के संबंध में NTA ने बताया कि ये 18 प्रदेशों के 56 शहरों और 95 परीक्षा केंद्रों से ताल्लुक रखते हैं। NTA ने ये बताने की चेष्टा की है कि शीर्ष 100 टॉपर एक ही जगह से नहीं हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं है कि परीक्षा में धाँधली हुई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी।