जम्मू-कश्मीर के बारामुला में आतंकियों ने पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी है। बलिदानी सिपाही का नाम गुलाम अहमद डार है। डार को उनके घर के ही आगे अज्ञात आतंकियों ने गोली मार दी। गुलाम अहमद डार फ़िलहाल श्रीनगर में डिप्टी SP के रीडर के रूप में तैनात थे। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और हमलावरों की तलाश जारी है। घटना मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बारामूला जिले के वेलू क्रालपोरा इलाके की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP श्रीनगर ऑफिस में रीडर के तौर पर नियुक्त हेड कॉन्स्टेबल गुलाम मोहम्मद डार अपने घर छुट्टी पर आए थे। मंगलवार की शाम 7 बजे वो अपने घर के बाहर खड़े थे, तभी हथियार लेकर आए 2 अज्ञात लोगों ने डार को गोली मार दी। इस हमले में गुलाम मोहम्मद डार बुरी तरह से जख्मी हो गए। गोली मारने के बाद हमलावर फरार हो गए।
Injured Police Personnel #succumbed to his injuries & attained #martyrdom. We pay our rich tributes to the #martyr & stand by his family at this critical juncture. Area has been cordoned off. Search operation going on.@JmuKmrPolice https://t.co/S8QnHXM5uz
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) October 31, 2023
गंभीर रूप से घायल हेड कॉन्स्टेबल को उनके परिवार वालों ने तंगमार्ग के एक अस्पताल में भर्ती कराया। हालाँकि, तमाम कोशिशों के बाद भी डार को बचाया नहीं जा सका। वहीं, सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेरकर हमलावरों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया है। अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बलिदानी सिपाही का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बलिदान हुए हेड कॉन्स्टेबल के सीने में 5 गोलियाँ दागी गई थीं। कुछ अन्य गोलियाँ निशाने पर न लगकर आसपास लगी हैं। गुलाम मोहम्मद डार 6 बच्चियों के पिता थे। पिता की हत्या की खबर सुनकर बेटियाँ बेसुध हो गई हैं। आसपास के लोग पीड़ित परिवार को हिम्मत बँधाते दिखे। अब उनके घर में कोई मर्द नहीं बचा है। गुलाम अहमद की बेटियों ने सरकार से कातिलों को खोजकर सजा देने की माँग की है।
बताते चलें कि 29 अक्टूबर 2023 को भी आतंकियों ने श्रीनगर में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद को गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल इंस्पेक्टर का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है। हमले के दौरान इंस्पेक्टर मशरूर कुछ बच्चों के साथ मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे।