Sunday, November 24, 2024
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केरल पुलिस ने बरामद की खून से सनी तलवारें, सफेद गाड़ी भी हुई स्पॉट: RSS वर्कर की हत्या मामले में SDPI गुंडों की तलाश

संजीत को मारने के लिए हमलावरों की सफेद गाड़ी मांबारम में डेढ़ घंटे रुकी थी। पुलिस का मानना है कि ये आरोपित कोयंबटूर के हो सकते हैं, वहाँ SDPI का प्रभाव ज्यादा है।

केरल में आरएसएस वर्कर संजीत की हत्या मामले के तार कोयंबटूर से जोड़कर देखे जा रहे हैं। पुलिस जाँच कर रही है कि इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ईकाई एसडीपीआई के गुंडे कोयंबटूर से थे या नहीं। केरल पुलिस को अब तक की जाँच में वो हथियार बरामद हुए हैं जिनका इस्तेमाल आरएसएस कार्यकर्ता ए संजीत को मारने के लिए किया गया था। 

जानकारी के मुताबिक, पलक्कड़-त्रिशूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर कन्ननूर में बोरियों में लिपटी चार तलवारें मिलीं। ये बोरी स्थानियों को दिखीं। इसमें खून के धब्बे लगे थे। अब तक कहा जा रहा था कि हमलावर सफेद गाड़ी से आए थे। ऐसे में उस स्थल पर सफेद गाड़ी के आने की बात भी सामने आई। पुलिस ने जो सीसीटीवी फुटेज देखी है वो 5 किमी के दायरे में है। इसमें भी एक सफेद गाड़ी स्पॉट की गई है।

सीसीटीवी फुटेज से सामने आया है कि जिस हमलावर जिस गाड़ी में आए उसे सोमवार सुबह 6:30 बजे पेरूवांबू में भी स्पॉट किया गया था। बाद में वह लोग मांबारम पहुँचे और करीब डेढ़ घंटे तक वो कार वहीं मौके पर रुकी रही। अब पुलिस का मानना ​​है कि कार केरल-तमिलनाडु सीमा के माध्यम से थाथमंगलम में मांबारम पहुँची, तो आरोपित कोयंबटूर के हो सकते हैं।

पुलिस का कहना है कि हमलावरों ने कन्ननूर में अपने हथियार फेंकने और कोयंबटूर लौटने से पहले पलक्कड़ से त्रिशूर की यात्रा की होगी। पुलिस को ये भी लग रहा है कि ये जाँच को गुमराह करने का प्रयास हो सकता है। पुलिस ने कहा है कि हमलावरों की गाड़ी उस जगह से होकर गुजरी जहाँ खून से सने हथियार पाए गए।

गौरतलब है कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार भले ही बरामद कर लिए गए हैं लेकिन अभी हत्यारों का पता नहीं चल पाया है। इससे पहले संजीत की पत्नी अरक्षिका ने मीडिया को बयान दिया था कि कैसे उनके पति को उनकी आँखों के आगे मारा गया। अरक्षिका का कहना था, “उन लोगों ने मुझे पकड़ा और पीछे ले गए। इसके बाद मेरे सामने उन्होंने उन पर तलवार से वार किया। उस समय बहुत सारे लोग वहाँ थे। कई कार, कई स्कूटर और स्कूल बस भी वहाँ थी। उन पाँचों का मुँह भी नहीं ढका था।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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