नए कृषि कानूनों के विरोध के नाम पर दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे ‘किसानों’ ने अब पक्के निर्माण शुरू कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कुंडली बॉर्डर पर जमे प्रदर्शनकारियों ने निर्माण शुरू किया है। ट्यूबवेल भी लगाया है। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो उन्हें चेतावनी दी।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार गर्मी बढ़ने की वजह से अस्थायी टेंटों में प्रदर्शनकारियों को परेशानी होने लगी है। लिहाजा उन्होंने अब सड़क पर ही पक्का निर्माण शुरू कर दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है, “कुंडली में जीटी रोड पर पानीपत-दिल्ली लेन पर मुख्य मंच से थोड़ा आगे ईंट और सीमेंट से कमरों का निर्माण शुरू किया गया है। अभी नींव बनाने का काम शुरू हुआ है। कमरों के ऊपर सरकंडे और पराली से छत बनाई जाएगी।”
निर्माण करने वाले प्रदर्शनकारियों के हवाले से बताया गया है कि रैन बसेरे की तर्ज पर कमरे बनाए जाएँगे। चारों ओर से ईंट और सीमेंट की मोटी दीवार और ऊपर पराली की छत होगी। इन कमरों के लिए कूलरों का भी इंतजाम किया जा रहा है। पंजाब के किसान जत्थेबंदी के नेता मनजीत राय के हवाले से बताया गया है कि किसान मोर्चा के सेवादारों ने एसी-कूलर भिजवाने का भरोसा दिया है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसी में हिम्मत है तो इसे रोक कर दिखाए। रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने निर्माण रुकवाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उनकी नहीं सुनी।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार किसान नेताओं ने नेशनल हाईवे पर ज्यादा से ज्यादा पक्के निर्माण का ऐलान किया है। साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह उन्हें रोक कर दिखाए।
इससे पहले यह खबर सामने आई थी कि कुछ किसान नेता होटलों में ठहरते हैं जिनका बिल लाखों में आ रहा है। जी न्यूज (zee News) की रिपोर्ट के अनुसार होटल में ठहरने वाले नेताओं में बलबीर सिंह राजेवाल और कुलवंत सिंह संधू हैं। ये प्रदर्शन स्थल के पास कुंडली में स्थित थ्री स्टार होटल टीडीआई क्लब रिट्रीट (TDI CLUB Retreat) में ठहरे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया था कि भारतीय किसान यूनियन-राजेवाल (BKU राजेवाल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल होटल के कमरा संख्या 206 में 12 दिसंबर 2020 से 3 मार्च 2021 के बीच रहते थे। फिलहाल वे कमरा संख्या 303 में रह रहे हैं।
वहीं जमुहारी किसान सभा, पंजाब के महासचिव कुलवंत सिंह संधू इसी होटल के कमरा संख्या 201 में अपने बेटे दोसांझ के साथ 27 दिसंबर 2020 से ठहरे हुए हैं। हालाँकि उनके ठहरने और खाने-पीने का इंतजाम फ्री है। संधू पर इस मेहरबानी के पीछे होटल के मालिकों में से एक रवींद्र तनेजा को बताया जा रहा है। तनेजा मानेसर लैंड स्कैम का आरोपित है।