महाराष्ट्र के पुणे में 18 मई की रात को तेज रफ्तार से आ रही लग्जरी कार पोर्शे ने एक बाइक को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद बाइक चालक ने संतुलन खो दिया और बाइक पर सवार युवक-युवती सड़क पर काफी दूर तक घसीटते चले गए। इस तरह दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। पोर्शे एक बिल्डर का 17 वर्षीय नाबालिग बेटा चला रहा था। उसे थाने से जमानत भी मिल गई है।
पुणे सिटी डीसीपी विजय कुमार के मुताबिक, पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उसके के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी विजय कुमार ने कहा, “हमने नाबालिग को मेडिकल जाँच के लिए हिरासत में लिया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने शराब पी थी या नहीं।”
पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उसे जमानत मिल गई। आरोपित के वकील ने कहा, “मेरे मुवक्किल को येरवडा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। माननीय न्यायालय मेरे मुवक्किल को कुछ शर्तों पर जमानत दी है। हमें जाँच पर पूरा भरोसा है। हम पुलिस एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे। मेरा मुवक्किल माननीय न्यायालय की शर्तों का पालन करेगा।”
आरोपित हेमंत अग्रवाल (बदला हुआ नाम) पुणे शहर के एक नामी बिल्डर का बेटा है। इस हादसे की जानकारी पुलिस को सुबह तीन बजे मिली। वहीं, इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि पास खड़े लोग कार ड्राइवर की पिटाई कर रहे हैं। दरअसल, हादसे के बाद वह मौके से भागने की कोशिश कर रहा था।
पुणे पुलिस ने मृतकों की पहचान अनीस दूधिया और अश्विनी कोस्टा के रूप में की है। दोनों एक रेस्तरां से लौट रहे थे, तभी कल्याणी नगर इलाके में बिना नंबर प्लेट वाली एक लग्जरी पोर्शे कार ने मोटरसाइकिल को पीछे से टक्कर मार दी। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। बिल्डर बाप ने अपने नाबालिग बेटे के लिए 3 करोड़ रुपए में पोर्शे कार खरीदकर उसे दी थी।