पंजाब कॉन्ग्रेस की नेता पूनम कांगड़ा को उनके पति दर्शन कांगड़ा तथा बेटे विकासदीप के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पूनम राज्य अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य भी हैं। इन्हें एक व्यक्ति को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया हे। संगरूर (ग्रामीण) के डीएसपी सतपाल शर्मा के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने यह जानकारी दी है।
पूनम, उनके पति और तीन बेटों पर 4 जून को तब मामला दर्ज किया गया था जब 50 वर्षीय संजीव कुमार की पटियाला के सरकारी अस्पताल में मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कॉन्ग्रेस नेता संजीव कुमार के पड़ोस में रहती हैं। कथित तौर पर पूनम का बेटा संजीव की बेटी को जबरन अपने साथ भगाकर ले गया। इससे आहत संजीव ने आत्महत्या कर ली थी।
इन सभी को रविवार (जून 14, 2020) की रात गिरफ्तार किया गया है। संजीव कुमार की पत्नी चंदा रानी के बयानों पर पुलिस ने एससी कमीशन की सदस्य पूनम कांगड़ा, पति दर्शन कांगड़ा, पुत्र विकासदीप, राजन, अनमोल के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया।
चंदा ने आरोप लगाया कि पूनम कांगड़ा, दर्शन कांगड़ा धमकी देते थे कि वह उनकी लड़की को अपने घर की बहू बनाकर ही रहेंगे। पाँच जून से लगातार फरार हुए पूरे परिवार में से पूनम कांगड़ा, दर्शन कांगड़ा, विकासदीप को संगरूर पुलिस व सीआइए स्टाफ ने संगरूर से चार किलोमीटर दूर लड्डा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया।
चंदा ने बताया कि जब उनके पति ने विकासदीप से अपनी बेटी की शादी के लिए मना कर दिया तो पूनम, दर्शन और उनके बेटों ने संजीव को धमकी दी। इसके बाद विकासदीप 2-3 जून की रात उनकी बेटी को लेकर फरार हो गया और उनके परिवार ने संजीव के परिवार को परेशान करना शुरू कर दिया। इससे तंग आकर संजीव ने 4 जून को जहर खा लिया।
मृत संजीव कुमार के पुत्र बबलू ने आरोप लगाया, “आरोपित हमें यह कहते हुए धमकाते रहते थे कि वे सरकार का हिस्सा हैं और हमारा परिवार उन्हें नुकसान नहीं पहुँचा सकता। मेरे पिता लगातार अपमान का सामना कर रहे थे। उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया।”
पुलिस ने बताया कि तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी पूनम और दर्शन के दो पुत्र अनमोल व राजन पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।