उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन कर कासिम का परिवार रविवार (दिसंबर 20, 2020) को हिंदू बन गया। घटना देहलीगेट क्षेत्र के झलकारी बाई नगर की है। कासिम ने इस धर्मांतरण को घर वापसी बताया है।
आर्य समाज मंदिर में रविवार को शुद्धिकरण करवाने के बाद कासिम ने अपना नाम कर्मवीर रख लिया। उन्होंने अपने बेटे अयाज का नाम भी हिंदू धर्म के अनुसार बदल कर आशुतोष कर लिया। वह कहते हैं कि उनके पूर्वज हिंदू ही थे और उन्होंने अपने धर्म में घर वापसी की है, मगर अब उन्हें कट्टरपंथियों का डर लग रहा है।
बता दें कि कासिम ने 8 साल पहले साल 2012 में अनीता कुमारी नाम की हिंदू महिला से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद दोनों अपने घर से अलग हो गए। आज उनकी एक 7 साल की बेटी और साढ़े 4 साल का बेटा है। दोनों की परवरिश हिंदू धर्म के अनुसार हुई है। अनीता घर में हिदू रीति-रिवाजों के हिसाब से पूजा-पाठ करती थीं। इसी के बाद कासिम की इच्छा हिंदू धर्म की ओर जागृत हुई।
वह कहते हैं कि कोई धर्म गलत नहीं है। लेकिन शादी के बाद जब उन्हें हिंदू रीति-रिवाजों की जानकारी हुई, तो उन्हें बहुत अच्छा लगा। उनके मन में बात उठी कि उनके पूर्वज हिंदू थे। इसके बाद उन्होंने इस्लाम त्याग कर हिंदू धर्म अपनाने का निर्णय लिया। वह इस इच्छा को अपनी अंतरात्मा की आवाज बताते हैं।
कासिम के अनुसार, उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता नीरज भारद्वाज एवं अन्य लोगों से संपर्क करके हिंदू बनने की इच्छा जताई, जिसके बाद वह उन्हें उनकी पत्नी और बच्चों के साथ अधिकारियों के पास ले गए, लेकिन उनको किसी ने गंभीरता से नहीं लिया। फिर उन्होंने आर्य समाज मंदिर जाने की सलाह दी गई।
घर वापसी कर हिंदू बने युवक का कहना है कि उन्होंने अनीता से निकाह नहीं, शादी की थी। उस समय भी उन्होंने फेरे लिए थे। मगर कुछ समय बाद जब उन्हें एहसास हुआ तो उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता नीरज भारद्वाज के जरिए सासनीगेट स्थित आर्य समाज मंदिर में शपथ पत्र देकर निवेदन किया। फिर रविवार को पंडितों की उपस्थिति में हवन-पूजन एवं मंत्रोच्चारण के बीच उन्होंने पूरे परिवार के साथ हिंदू धर्म अपना लिया।
बता दें कि इस धर्म परिवर्तन के बाद जहाँ कासिम से करमवीर बने युवक को अपने परिवार की चिंता सता रही है। वहीं इसमें सहयोग करने वाले नीरज भारद्वाज को भी कट्टरपंथियों की धमकी मिली है। दोनों लोग अपने परिवार की सुरक्षा के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। इसके अलावा कासिम ने और भी मुसलमानों से आग्रह किया है कि वह भी ‘घर वापसी’ करें।