राजस्थान के अलवर जिले में एक दलित व्यक्ति के कथित जबरन धर्म परिवर्तन का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मेम चंद नाम के दलित व्यक्ति को कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कथित रूप से मुस्लिम बनने के लिए मजबूर किया गया था। इतना ही नहीं, मेम चंद की पत्नी से भी जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया था।
मेम चंद ने अब अलवर की एक अदालत से हिंदू धर्म में वापस लाने की माँग की है। अदालत ने पुलिस को पीड़ित को हर संभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है। समाचार चैनल ‘टाइम्स नाउ’ के पास उपलब्ध डिटेल्स के अनुसार, मेम चंद राजस्थान के अलवर जिले में बड़ौदा मेव क्षेत्र के मूल निवासी थे। इस्लाम में उनके जबरन धर्म परिवर्तन के बाद, मेम चंद को एक नया नाम और एक नया पता दिया गया।
#Breaking | Alleged case of luring a Dalit to convert to Islam comes to light from Rajasthan’s Alwar.
— TIMES NOW (@TimesNow) October 28, 2020
Man claims he was given new name and address after conversion, later forced to attend Jamaat in J&K.
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धर्मांतरण के बाद मेम चंद के नए नाम मोहम्मद अनस रखा गया है। मेम चंद उर्फ मोहम्मद अनस ने ‘टाइम्स नाउ’ को बताया कि उनके गाँव में हरियाणा के फिरोजपुर झिरका के इब्राहिम बास गाँव के मेव समाज के लोगों की रिश्तेदारी है। वे लोग अक्सर यहाँ आते-जाते रहते हैं।
मेम चंद ने आरोप लगाया कि 15 अन्य लोग उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए उन्हें हरियाणा ले गए। वहाँ उनका खतना भी कराया गया। उसके बाद रहने के लिए जमीन दी। यह कहते हुए जबरन धर्म परिवर्तन कराया कि इस धर्म (हिंदू धर्म) में कुछ नहीं है। इस्लाम में बहुत कुछ है। मेम चंद से कहा गया कि इस्लाम में तुम्हारी इज्जत होगी। उसके बाद आरोपित उन्हें जमात में शामिल करने के लिए जम्मू-कश्मीर लेकर गए। वहाँ उनके बच्चों को मारने की धमकी दी कि कुछ करोगे तो तुम्हारी जान को खतरा हो सकता है।
अनस ने कोर्ट के समक्ष दिए हलफनामे में आरोप लगाया है, “आरोपितों ने मुझे इब्राहिम बास गाँव बुलाया और वहाँ पर मुझसे कहा कि यदि मैं हिंदू धर्म को त्याग कर मुस्लिम धर्म अपनाऊँ तो यह लोग मुझे रहने हेतु जमीन देंगे। जिस पर मैंने मना कर दिया तो इन लोगों ने मेरी पत्नी बच्चों को बंधक बना लिया और धमकी दी कि ढेड, चमार, चुहड़ो यदि तुम लोगों ने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया को ये लोग मुझे व मेरे परिवार को जान से मार देगा तथा यह भी कहा कि हिंदू धर्म के तुम लोग नीची जाति के हो। हिंदू धर्म में तुम्हारी कोई इज्जत नहींहै। जिस कारण मैं भयभीत हो गया और आरोपितों के कहे अनुसार मैंने दिनांक 29-01-2018 को अपना धर्म परिवर्तन कर लिया।”
उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपित धर्म परिवर्तन कराने के बाद उनकी बीवी पर गंदी नजर रखने लगे। उससे जबरन संबंध बनाने के लिये दबाव बनाया गया। इसके बाद वे जैसे-तैसे करके मौका देखकर जम्मू-कश्मीर से वापस भाग निकले। एडवोकेट बनवारीलाल ने बताया कि इस संबंध में परिवाद आया था। अदालत से आदेश हुए हैं कि जिन लोगों ने उन पर अत्याचार किया है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।